प्रसूता को पोहरी से रैफर किया गया था, उसका बच्चा कई घंटे पहले गर्भ में ही मर गया था। उसके बच्चे की मौत जमीन पर गिरने से नहीं हुई है। हमने इसी कारण खुद ही पुलिस को मामले की सूचना दी और पीएम कराने की बात भी कही। प्रसूता को बाहर भगाने के आरोप निराधार हैं।
डॉ गोविंद सिंह, सिविल सर्जन
हमने बच्चे की धडक़न सुबह दो बार चैक की थी, उसकी धडक़न नहीं मिल रही थी, हमने इस बात की जानकारी प्रसूता के परिजनों को दे दी थी। बच्चे की मौत गर्भ में ही हो गई थी।
डॉ नीलम रघुवंशी, ड्यूटी डॉक्टर