scriptप्रसूता को लेबररूम से भगाया, हुआ प्रसव, नवजात की मौत | Mother forced to flee from labor room, death of newborn | Patrika News

प्रसूता को लेबररूम से भगाया, हुआ प्रसव, नवजात की मौत

locationशिवपुरीPublished: Aug 04, 2018 11:25:33 pm

Submitted by:

Rakesh shukla

डॉक्टर बोले, बच्चे की धडक़न पहले से ही नहीं मिल रही थी, एक बार फिर उजागर हुई मेटरनिटी के स्टाफ की लापरवाही

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प्रसूता को लेबररूम से भगाया, हुआ प्रसव, नवजात की मौत

शिवपुरी. जिला चिकित्सालय की मेटरनिटी विंग में शनिवार को प्रसव के लिए आई एक प्रसूता को वहां के स्टाफ ने लेबर रूम से प्रसव न होने की बात कहते हुए बाहर भगा दिया। जैसे ही प्रसूता बाहर आई उसे प्रसव हो गया और जमीन पर गिरने के कारण बच्चे की मौत हो गई। वहीं दूसरी ओर इस संबंध में स्टाफ का कहना है कि प्रसूता के बच्चे की धडक़न सुबह ही नहीं मिल रही थी, बच्चा गर्भ में ही मर गया था।
जानकारी के अनुसार ग्राम वेसी निवासी नीलम पत्नी बल्लू कुशवाह को शनिवार की अलसुबह प्रसव पीड़ा हुई तो परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर आए। प्रसूता के परिजनों के अनुसार वह सुबह5.30 बजे अस्पताल आ गए, डॉक्टर करीब दो घंटे बाद उसे प्रसव के लिए ले गए व लेबर रूम से यह कहते हुए बाहर भगा दिया कि अभी आपको प्रसव नहीं हो रहा है। परिजनों के अनुसार प्रसूता के बाहर आते ही उसे प्रसव हो गया और उसका बच्चा जमीन पर गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। प्रसूता के परिवार वालों का कहना है कि यदि डॉक्टर उसे बाहर नहीं भगाते तो बच्चे की मौत नहीं होती। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गई थी, उसकी धडक़न सुबह से ही नहीं मिल रही थी। इस बात की जानकारी परिजनों को दे दी गई थी, बच्चे की मौत जमीन पर गिरने से नहीं हुई है। अगर बच्चे की गर्भ में मौत के अलावा दूसरे पहलू को देखा जाए तो प्रसूता को लेवर रूम से बाहर भगाना तो स्टाफ की लापरवाही ही है।
प्रसूता को बाहर भगाने का आरोप निराधार
प्रसूता को पोहरी से रैफर किया गया था, उसका बच्चा कई घंटे पहले गर्भ में ही मर गया था। उसके बच्चे की मौत जमीन पर गिरने से नहीं हुई है। हमने इसी कारण खुद ही पुलिस को मामले की सूचना दी और पीएम कराने की बात भी कही। प्रसूता को बाहर भगाने के आरोप निराधार हैं।
डॉ गोविंद सिंह, सिविल सर्जन
सुबह ही नहीं मिल रही थी बच्चे की धडक़न
हमने बच्चे की धडक़न सुबह दो बार चैक की थी, उसकी धडक़न नहीं मिल रही थी, हमने इस बात की जानकारी प्रसूता के परिजनों को दे दी थी। बच्चे की मौत गर्भ में ही हो गई थी।
डॉ नीलम रघुवंशी, ड्यूटी डॉक्टर
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