इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित आरडी एग्रो एजेंसी के संचालक रामदयाल ओझा ने बताया कि बीते 24 मई को ठेकेदार अर्पित शर्मा दो टैंकर लेकर हमारे पास आया और बोला कि इन्हें रंग-रोगन करके स्वरूप बदल दो। ओझा ने बताया कि मेरे पास कर्मचारी नहीं थे, इसलिए मैंने कहा कि इसमें समय लगेगा तो अर्पित ने उसे फोन-पे के माध्यम से 50 हजार रुपए एडवांस देकर कहा कि इसे जल्दी करवा दो। बकौल ओझा, जब मैंने पत्रिका पेपर में खबर पढ़ी कि विधायक निधि के टैंकर चोरी हो गए हैं, तो मुझे शक हुआ और मैंने अर्पित से कहा कि मैं इन टैंकरों में कोई बदलाव नहीं करूंगा और आप अपने टैंकर ले जाओ।
देख लेने की दी धमकी : रविवार की दोपहर जब रामदयाल कोतवाली में बयान देकर आ रहा था तभी अर्पित ने किसी दूसरे के मोबाइल (9340642149) से फोन लगाकर धमकी दी कि मैं तुझे देख लूंगा। ओझा ने बताया कि मैं धमकी से डर गया और मैंने कोतवाली में एक और आवेदन धमकी दिए जाने का दिया है। रामदयाल का कहना है कि मैं स्वयं व अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर भयभीत हूं, अगर मेरे साथ कुछ हुआ तो उसकी जिम्मेदारी पुलिस की होगी।
वर्कशॉप संचालक रामदयाल ने बताया कि 2 जून की रात को अर्पित का फोन आया कि उक्त दोनों टैंकरों को अब काट दो, और इसके लिए आज की रात आखिरी है। चूंकि टैंकर चोरी का मामला तूल पकड़ चुका था और पुलिस सरगर्मी से टैंकरों की तलाश कर रही थी। रामदयाल ने बताया कि मैंने अर्पित से साफ मना कर दिया कि मैं यह काम नहीं कर सकता। इसके बाद रविवार को रामदयाल ने पुलिस को सूचना दे दी और टैंकर बरामद करवा दिए।
मंत्री ने दिए थे निर्देश
नगरपालिका को शिवपुरी विधायक व कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे ङ्क्षसधिया ने अपनी विधायक निधि से 14 टैंकर दिए थे, जिसमें से 4 टैंकर चोरी चले जाने से मंत्री नाराज हो गईं थीं। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए थे कि टैंकरों का जल्द से जल्द पता लगाकर चोर के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। जिसका परिणाम यह रहा कि पुलिस ने दो दिन में तीन टैंकर बरामद करके अर्पित के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। कोतवाली टीआई अमित ङ्क्षसह का कहना है कि अर्पित के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, जिसमें धारा बढ़ भी सकती है।
&चोरी गए टैंकरों का पता लगाए जाने का आदेश मंत्री का था और हमारी टीमों ने बिना देर किए चोरी गए टैकरों की पतारशी की। जिसमें तीन टैंकर बरामद हो गए हैं तथा चोर भी पकड़ में आ गया। वर्कशॉप संचालक को यदि धमकी दी है, तो मैं पता करवाता हूं।
रघुवंश भदौरिया, एसपी