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बात नहीं मानी तो गोली मारकर की हत्या

मृतक के परिजन ने एक आरोपी का नाम न जोडऩे पर किया थाने का घेराव

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बात नहीं मानी तो गोली मारकर की हत्या

बात नहीं मानी तो गोली मारकर की हत्या

पिछोर (शिवपुरी). पिछोर थाना अंतर्गत ग्राम घटवरा में बीती रात दो पक्षों के बीच पुरानी रंजिश पर हुए विवाद में एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के युवक की बंदूक से गोली मारकर हत्या कर दी। देर रात पुलिस ने इस मामले में 9 लोगों पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है। वहीं परिजन का कहना है कि एक युवक का नाम इस मामले में नहीं जोड़ा गया है और इसी के चलते शुक्रवार की सुबह परिजन ने शव रखकर थाने का घेराव कर दिया। हालांकि जांच के बाद कार्रवाई के आश्वासन पर परिजन ने जाम खोल दिया।

जानकारी के मुताबिक ग्राम घटवरा निवासी रामनिवास जाटव (42) की बीती रात गांव के ही कुछ लोगों ने बंदूक से गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक के बेटे देवेन्द्र जाटव ने बताया कि पिछले तीन दिन से उनका पड़ोसी लालाराम जाटव के परिवार से विवाद हो रहा था। इसी के फेर में गांव का महेन्द्र लोधी चाहता था कि उसके पिता रामनिवास जाटव अपने हाथ में खुद गोली मार लें और लालाराम जाटव व उसके परिवार को झूठे केस में फंसा दे। जब उसके पिता ने ऐसा करने से मना कर दिया तो महेन्द्र के कहने पर उसके पिता की कुछ लोगों ने हत्या कर दी।

पुलिस ने देर रात देवेन्द्र के कथन पर धर्मेंद्र यादव, अर्जुन यादव, जसवंत यादव, लालाराम जाटव, गौरीशंकर जाटव, सचिन जाटव, विमला जाटव, हसमुखी जाटव, पार्वती जाटव पर केस दर्ज कर लिया, जबकि महेन्द्र लोधी का नाम एफआइआर में नहीं लिखा। सुबह पुलिस ने शव का पीएम कराया तो परिजन शव को अस्पताल के स्ट्रेचर पर लेकर पुलिस थाने पहुंचे और महेन्द्र लोधी पर केस दर्ज कराने की मांग को लेकर अड़ गए। करीब एक घंटे बाद टीआई रत्नेश यादव ने मृतक के बेटे के बयान दर्ज किए, जिसमें उसने महेन्द्र लोधी को भी घटना में शामिल होना बताया। पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान महेन्द्र लोधी का नाम एफआइआर में जोड़ देंगे। तब जाकर मामला शांत हुआ।

जमीनी विवाद के चलते महेन्द्र ने रची साजिश
पुलिस ने बताया कि महेन्द्र लोधी के पिता की हत्या 2005 में गांव के लोगों ने जमीनी विवाद के चलते कर दी थी। जिस विवादित जमीन के फेर में महेन्द्र के पिता की हत्या हुई थी, उस जमीन को लालाराम जाटव ने खरीद लिया था, जबकि महेंद्र नहीं चाहता था कि वह जमीन कोई खरीदे। इसके बाद से महेन्द्र कई दिन से लालाराम को सबक सिखाना चाह रहा था और बीती रात जब महेंद्र को पता चला कि रामनिवास जाटव का विवाद लालाराम जाटव से हुआ है, तो वह उनसे आकर मिल गया। महेन्द्र चाहता था कि रामनिवास फर्जी केस में लालाराम को फंसा दे। इसी पर से यह पूरी घटना हुई।
यह बोले जिम्मेदार
हमने 9 लोगों के खिलाफ रात में ही मामला दर्ज कर लिया था। उस समय महेन्द्र लोधी का नाम नहीं बताया गया था। सुबह मृतक के परिजन महेन्द्र का नाम बताया है, तो हमने बयान लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच में जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी।
रत्नेश यादव, टीआई, पिछोर