पुलिस ने शिकायत के आधार पर रितु व उसके साथी शिशुपाल के खिलाफ धारा 384, 388, 389, 34 भादवि के तहत मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही शिशुपाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और रितु को पूछताछ के लिए रिमांड पर ले लिया।
फरियादी आदित्य (24) पुत्र डॉ. सूरज बंसल निवासी पोहरी रोड शिवपुरी ने पुलिस को बताया कि मनियर टोल टैक्स निवासी रितु श्रीवास्तव मेरे पिता के वेदान्ता हॉस्पिटल में नर्स के रूप में 4 माह से काम करती थी। मैं कभी-कभी मेडिकल स्टोर पर बैठने चला जाता था। करीब एक माह पूर्व रितु को खराब काम के चलते नर्सिग होम से हटा दिया गया। नौकरी से निकालने के बाद वह मुझ पर दबाव बनाने लगी कि अपने पिताजी से कहकर मुझे नौकरी वापस दिलवाओ। जब मैंने नौकरी वापस नहीं दिलवाई तो रितु श्रीवास्तव एवं उसका साथी शिशुपाल धाकड़ ने मिलकर मुझे एवं मेरे पिताजी को ब्लैक मैल करना शुरू कर दिया।
आदित्य ने बताया कि 4 जुलाई को रितु ने दोपहर करीब 2 बजे आदित्य को फोन लगाकर कहा कि मैं कोतवाली में आई हूँ और तुम्हारे खिलाफ बलात्कार की रिपोर्ट कर रही हूं, नहीं तो तुम यहीं आ जाओ। मैं और मेरे पिताजी घबराकर कोतवाली पहुंचे तो वो बाहर खड़ी मिली। इसके बाद वो हमारे साथ असपताल आई और मेरे पिताजी से बोली कि तुम मुझे दस लाख रुपए दो नहीं तो मैं तुम्हारे लड़के को बलात्कार के केस में फंसा दूंगी।
आदित्य के पिता घबरा गए और उन्होंने रितु को 5 लाख रुपए का चेक एवं 5 लाख रुपए नगद तथा 1.50 लाख रुपए फोन के माध्यम से ट्रान्सफर किए। इसके बाद 11 जुलाई को सुबह 10.30 बजे रितु अस्पताल में आकर मेरे पिता से बोली कि तुम मुझे 10 लाख रुपए के अलावा एक प्लॉट दिलवाओ।
नर्स ने लगाया आरोप
नर्स रितु ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि डॉक्टर के बेटे ने मुझे शादी का झांसा देकर मुझसे शारीरिक संबंध बनाए थे। बाद में वो मुझसे शादी करने से इंकार करने लगा था। पैसों के लेनदेन के सवाल पर वो जबाव नहीं दे पाई। क्योंकि लाखों रुपए के लेनदेन के सबूत पिता-पुत्र ने दिए हैं।
पिता-पुत्र ने लिखित शिकायत के साथ ही पैसों के लेनदेन के प्रमाण भी दिए हैं। इसके आधार पर मामला दर्ज करके सह-आरोपी को जेल भेज दिया, जबकि नर्स को रिमांड पर ले लिया है। इससे पहले यह नर्स पीपुल्स अस्पताल व नवजीवन में भी काम कर चुकी है।
-सुनील खेमरिया, टीआई कोतवाल