रन्नौद संकुल के दर्जन भर स्कूलों में नही है नियमित शिक्षक
रन्नौद संकुल के दर्जन भर स्कूलों में नही है नियमित शिक्षक
अतिथियों के भरोसे हो रहा संचालन, महिनो तक नही खुलते स्कूल
पढ़ाई व्यवस्था पूरी तरह से चौपट, जिम्मेदारों का ध्यान नही
शिवपुरी
Updated: August 01, 2022 02:18:21 pm
रन्नौद संकुल के दर्जन भर स्कूलों में नही है नियमित शिक्षक
अतिथियों के भरोसे हो रहा संचालन, महिनो तक नही खुलते स्कूल
पढ़ाई व्यवस्था पूरी तरह से चौपट, जिम्मेदारों का ध्यान नही
शिवपुरी। शिवपुरी जिले के रन्नौद संकुल केन्द्र के दर्जन भर शासकीय स्कूलों में कोई भी नियमित शिक्षक कई सालों से नही है। इन स्कूलों में एक या दो अतिथि शिक्षक है, जिनके भरोसे स्कूलों का संचालन बेतरतीब तरीके से हो रहा है। शिक्षक न होने से बच्चों की पढ़ाई व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायतें कर दी गई, लेकिन जिम्मेंदारों का इस तरफ कोई ध्यान नही है।
जानकारी के मुताबिक एक तरफ तो शिक्षा विभाग स्कूल चले हम अभियान के तहत बच्चों को शासकीय स्कूलों में अधिक से अधिक संख्या में प्रवेश दिलाने के काम में लगा है। दूसरी तरफ कई शासकीय स्कूलों में कोई भी शिक्षक नही है। कई स्कूल तो देखरेख के अभाव में जानवरों का तबेला बन गए है। करीब दर्जन भर स्कूल पूरी तरह से अतिथियों के भरोसे बने हुए है। ग्राम धंधेरा में मौजूद माध्यमिक विद्यालय में तो पिछले १५ साल से कोई नियमित शिक्षक नही है। दो अतिथि शिक्षकों के भरोसे यह स्कूल चल रहा है। अतिथि शिक्षक न तो स्कूल की देखरेख कर रहे है और न ही बच्चों की पढ़ाई हो पा रही है। स्कूल भवन इन दिनो जर्जर हालत में है। दो साल पूर्व आई बाढ़ में स्कूल की बाउंड्रीबॉल पानी के साथ बह गई थी। अब स्कूल तबेले की स्थिति में बन गया है। यहां पर २४ घंटे जानवर स्कूल परिसर में घूमते रहते है।
बॉक्स-
यह स्कूल अतिथि शिक्षक भरोसे
रन्नौद संकुल के यह १२ स्कूल पूरी तरह से नियमित शिक्षक विहीन है। यहां पर किसी में एक तो किसी में दो अतिथि शिक्षक पदस्थ है। यह शिक्षक भी महिनो तक स्कूल नही आते। इन स्कूलों में शासकीय माध्यमिक कन्या विद्यालय रन्नौद, शा माध्यमिक विद्यालय मोहम्मदपुर चक, शा माध्यमिक विद्यालय ईचोनिया, माध्यमिक विद्यालय सुनाज, शा माध्यमिक विद्यालय ठेकुआ, शासकीय माध्यमिक स्कूल धंधेरा, शा माध्यमिक विद्यालय खरीला, शा माध्यमिक विद्यालय सूखा राजापुर, शा माध्यमिक विद्यालय टामकी, शा प्राथमिक विद्यालय करोंदी डुमेला, शा प्राथमिक विद्यालय कमलपुरा, शा प्राथमिक विद्यालय ढोडिया आदि शामिल है।
यह बोले ग्रामीण
हमारे गांव के स्कूल में कोई भी नियमित शिक्षक नही है। अतिथि मास्टरों के भरोसे स्कूल चल रहा है। स्कूल में बच्चों के लिए कोई सुविधा नही है। स्कूल में मवेशी बंधे रहते है। हमारे गांव के बच्चों का भविष्य पूरी तरह से अंधकार में है।
राजाराम जाटव, पूर्व सरपंच, धंधेरा रन्नौद।
यह बोले बीईओ
-लंबे समय से नियुक्तियां नहीं हुई। जिन लोगो की नियुक्ति हुई है। वो ट्रांसफर करवा लेते हैं। यह जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को भी है, लेकिन उसमें कर भी क्या सकते हैं। अब भर्ती नहीं हो रही है तो अतिथियों से ही काम चलाना पड़ रहा है।
अजय कुमार, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बदरवास

रन्नौद संकुल के दर्जन भर स्कूलों में नही है नियमित शिक्षक
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