पंचायत ने भरत सिंह लोधी को गो-हत्या को दोषी माना और उसका हुक्का-पानी बंद करते हुए उसे प्रयागराज जाकर गंगा स्नान करने के लिए कहा। परिवार के लौटने के बाद पंचायत यह तय करेगी की गंगा स्नान से परिवार का पाप मिटा या नहीं।
भरत सिंह लोधी के भाई मनोज ने बताया कि शुक्रवार को भाई के मूंगपली के खेत में गाय घुसकर फसल को उजाड़ रही थी। भरत ने उसे वहां से खदेड़ा जिस कारण गाय खेत के पास बहने वाले नाले में गिर गई और उसके मौत हो गई। जिसके बाद गांव वालों ने भाई को गोहत्या का दोषी मानकर बात करना बंद कर दिया। इसके बाद पंचायत ने फैसला सुनाया कि जब तक परिवार के सदस्य गंगा स्नान नहीं करते तब तक उनसे परिवार का कोई भी सदस्य बातचीत नहीं करेगा और उनके साथ किसी तरह का लेनदे नहीं रखेगा। मनोज ने बताया कि पंचायत का कहना है कि गंगा स्नान के बाद पंचायत फिर से फैसला सुनाएगी।
मामोनी कला के सरपंच नवल सिंह गुर्जर के अनुसार, अभी भरत का परिवार प्रयागराज गंगा स्नान के लिए गया है। लौटकर आने के बाद फिर से पंचायत होगी। इसमें आसपास के चार-छह गांव के बुजुर्ग पंच रहेंगे। जो भी फैसला देंगे, उसे पूरा करने के बाद ही भरत और उसका परिवार गो-हत्या के पास से मुक्त होगा।