शिवपुरी जिले में गुरुवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आसमान से बरस रही आग के बीच जरा सी लापरवाही होने पर लोगों की तबियत खराब हो रही है और वे जिला अस्पताल में उपचार कराने को भर्ती हो रहे हैं। स्थिति यह है कि मेडिकल वार्ड में बेड कम पड़ जाने की वजह से एक पलंग पर तीन महिलाएं बोतल चढ़वाने को मजबूर हैं। अस्पताल के सभी बेड फुल होने के साथ ही गेलरी भी भरी पड़ी है तथा मरीजों के अटेंडर हॉल के फर्श पर लेटकर धूप की तपन से बचने की कोशिश कर रहे हैं।
122 बेड, 170 मरीज
जिला अस्पताल में दो अलग-अलग मेडिकल वार्ड हैं, जिनमें दोनों मिलाकर कुल 122 बेड हैं। वर्तमान में जिला अस्पताल के इन वार्डों में भर्ती मरीजों की संख्या 170 है, ऐसे में एक पलंग पर दो से तीन मरीज भर्ती होना लाजमी है। गुरुवार को एक पलंग पर तीन महिलाएं अलग-अलग एंगल से लेटकर बोतल चढ़ाती नजर आईं। हर दिन की ओपीडी में अधिकांश मरीज हीट स्ट्रोक व सर्द गर्म के मिल रहे हैं।
जिला अस्पताल में दो अलग-अलग मेडिकल वार्ड हैं, जिनमें दोनों मिलाकर कुल 122 बेड हैं। वर्तमान में जिला अस्पताल के इन वार्डों में भर्ती मरीजों की संख्या 170 है, ऐसे में एक पलंग पर दो से तीन मरीज भर्ती होना लाजमी है। गुरुवार को एक पलंग पर तीन महिलाएं अलग-अलग एंगल से लेटकर बोतल चढ़ाती नजर आईं। हर दिन की ओपीडी में अधिकांश मरीज हीट स्ट्रोक व सर्द गर्म के मिल रहे हैं।
अस्पताल में वाटर कूलर खराब, मरीज परेशान इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी के चलते बोतल में रखा पानी महज 5 मिनिट बाद ही गर्म हो रहा है। ऐसे में अस्पताल के मेडिकल वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए लगा वाटर कूलर खराब हो जाने की वजह से मरीज गर्म पानी पीने को मजबूर हैं। ऐसे कुछ मरीज तो बाजार से ठंडा पानी खरीदकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं। हालांकि अस्पताल के दूसरे वार्डों के पास भी वाटर कूलर लगे हैं, लेकिन मरीजों को उनकी जानकारी न होने से वे परेशान हैं।
जरूरी हो तो सिर ढंककर निकले धूप में
सीएस डॉ. आरके चौधरी ने सलाह दी है कि इन दिनों तापमान बहुत अधिक है, इसलिए प्रयास करे कि दोपहर में धूप में न निकलें। यदि कोई जरूरी काम है तो सिर पर टॉबल या साफी बांधनेे के साथ ही पूरे शरीर को ढांक कर निकलें। धूप व गर्मी में से आने के बाद ठंडा पानी न पिएं तथा कूलर या एसी में न बैठें। वहीं कूलर व एसी से निकलकर धूप में न जाएं। ताजा पका भोजन खाएं तथा अधिक से अधिक साफ पानी पिएं, क्योंकि शरीर में पानी की कमी से भी लोग बीमार हो रहे हैं।
सीएस डॉ. आरके चौधरी ने सलाह दी है कि इन दिनों तापमान बहुत अधिक है, इसलिए प्रयास करे कि दोपहर में धूप में न निकलें। यदि कोई जरूरी काम है तो सिर पर टॉबल या साफी बांधनेे के साथ ही पूरे शरीर को ढांक कर निकलें। धूप व गर्मी में से आने के बाद ठंडा पानी न पिएं तथा कूलर या एसी में न बैठें। वहीं कूलर व एसी से निकलकर धूप में न जाएं। ताजा पका भोजन खाएं तथा अधिक से अधिक साफ पानी पिएं, क्योंकि शरीर में पानी की कमी से भी लोग बीमार हो रहे हैं।
एकाएक बढ़े मरीज
एकाएक अप्रेल माह में इतनी अधिक गर्मी बढऩेे से लू (हीट स्ट्रॉक) व सर्द-गर्म के मरीज अधिक आ रहे हैं। इनके बीच में डायरिया भी लोगों को बीमार कर रहा है। अस्पताल पर लोड बढ़ गया है, एक वाटर कूलर खराब हो गया, जिसे सुधरवा रहे हैं।
डॉ. आरके चौधरी, सिविल सर्जन
एकाएक अप्रेल माह में इतनी अधिक गर्मी बढऩेे से लू (हीट स्ट्रॉक) व सर्द-गर्म के मरीज अधिक आ रहे हैं। इनके बीच में डायरिया भी लोगों को बीमार कर रहा है। अस्पताल पर लोड बढ़ गया है, एक वाटर कूलर खराब हो गया, जिसे सुधरवा रहे हैं।
डॉ. आरके चौधरी, सिविल सर्जन