टीआई ने उल्टे एफआईआर की दी धमकी
एसपी को घटना की जानकारी देते हुए पिपलौदा ने बताया कि रात में जब हम घर पर हुए हमले के मामले में एफआईआर करवाने कोतवाली पहुंचे तो टीआई बादाम सिंह यादव ने सुनवाई करने की बजाय उल्टे यह कहते हुए धमकाया कि यदि ज्यादा बोलोगे तो तुम्हारे खिलाफ ही एफआईआर कर दूंगा। पिपलौदा ने कहा कि जब रक्षक ही भक्षक हो जाए, तो फिर आम जनता का क्या होगा।
एसपी ऑफिस पहुंचे कांग्रेस नेता
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव हरवीर रघुवंशी, केशव सिंह तोमर, राकेश गुप्ता, नपा उपाध्यक्ष अनिल शर्मा, विजय शर्मा सहित एक दर्जन कांग्रेस नेताओं के साथ राजेंद्र पिपलौदा व कॉलोनी के लोग मंगलवार की दोपहर 1 बजे एसपी राजेश हिंगणकर के पास पहुंचे। एसपी ने कहा कि हमने रात में ही पुलिस को मौके पर पहुंचाया और पुलिस आरक्षकों का मेडिकल परीक्षण करवाने के साथ उनमें से दो को निलंबित कर दिया। साथ ही इस मामले की जांच रक्षित निरीक्षक भरत सिंह यादव को सौंपी है। जब मामले की जांच हो जाएगी तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
दो माह पूर्व भी की थी शिकायत
न्यू शिव कॉलोनी में स्थित आरक्षक मनीष शिवहरे के मकान में किराएदार के साथ आए दिन पुलिस आरक्षकों द्वारा शराब के नशे में हंगामा करनें से त्रस्त होकर कॉलोनी के लोगों ने 11 नवंबर को जनसुनवाई में एडीशनल एसपी से शिकायत की थी। चूंकि मामला पुलिस से ही जुड़ा हुआ था, इसलिए उस शिकायत को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। यदि पुलिस उसी समय एक्शन लेकर अपने विभाग के कर्मचारियों को सख्ती से समझाती तो शायद यह घटना नहीं होती।
राजेंद्र पिपलौदा ने एसपी से कहा कि निलंबन कोई सजा नहीं है, उन्होंने घर पर हमला किया है तो एफआईआर क्यों नहीं की जा रही। एसपी ने कहा कि इस हमले में आपको कोई चोट आई है क्या?, यदि चोट होती तो मेडिकल करवाकर सीधे एफआईआर दर्ज कर लेते। इसलिए अब पहले जांच होगी और फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह सुनते ही पिपलौदा ने कहा कि यदि दो दिन के अंदर हमलावर आरक्षकों पर एफआईआर नहीं हुई तो हम कर्मचारी कांग्रेस के बैनर तले आपके ऑफिस के सामन आमरण अनशन करेंगे।
राजेश हिंगणकर, एसपी शिवपुरी