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हंगामा करने से रोका तो रॉड, लाठियों से लैस नशे में धुत आरक्षकों ने घर में की तोडफ़ोड़

locationशिवपुरीPublished: Jan 22, 2019 11:00:23 pm

Submitted by:

Rakesh shukla

 
कर्मचारी कांग्रेस जिलाध्यक्ष के घर पुलिसकर्मियों का उत्पात, एसपी बोले: चोट आती तो करते एफआईआर, अब पहले होगी जांच, दो आरक्षक निलंबित

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हंगामा करने से रोका तो रॉड, लाठियों से लैस नशे में धुत आरक्षकों ने घर में की तोडफ़ोड़

शिवपुरी. कर्मचारी कांग्रेस शिवपुरी के जिलाध्यक्ष राजेंद्र पिपलौदा के घर सोमवार की रात नशे में धुत्त पुलिस आरक्षकों ने लोहे की रॉड व लाठियों से हमला कर दिया। पुलिस आरक्षकों ने घर के दरवाजे तोडऩे के साथ ही रात भर कॉलोनी में हंगामा किया, जिससे पिपलौदा के परिवार सहित कॉलोनी के लोगों ने दहशत में रात गुजारी। इस हमले की शिकायत करने आधी रात को जब जिलाध्यक्ष कोतवाली पहुंचे तो टीआई ने सुनवाई करने की बजाय धमकी दी कि तुम्हारे खिलाफ ही एफआईआर कर दूंगा। मंगलवार की सुबह कांग्रेस नेताओं के साथ पिपलौदा ने एसपी से शिकायत की तो उन्होंने कहा कि यदि आपको चोट आती तो सीधे एफआईआर कर लेते, लेकिन अब पहले मामले की जांच होगी, फिर कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार को शिवपुरी दौरे पर आईं कैबिनेट मंत्री इमरती देवी के साथ कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद कर्मचारी कांगे्रस जिलाध्यक्ष राजेंद्र पिपलौदा देर रात न्यू शिव कॉलोनी स्थित अपने घर पहुंचे तो वहां पड़ोस में पुलिस आरक्षक मनीष शिवहरे के मकान में दो आरक्षक शराब के नशे में शोर-शराबा कर रहे थे। कॉलोनी में आधी रात को इस तरह की हरकत करने से पिपलौदा ने रोका और अपने घर में चले गए।
बकौल राजेंद्र, कुछ देर बाद बाइकों पर सवार होकर चार-छह पुलिसकर्मी व अन्य लोग लोहे की रॉड व लाठियां लेकर आ गए। फिर इन लोगों ने पिपलौदा के घर के दरवाजे पर रॉड व लाठियां मारना शुरू कर दिया तथा गाली-गलौच करके बाहर निकलने को कहने लगे। आधी रात को एकाएक हुए इस हमले से पिपलौदा का पूरा परिवार दहशतजदा हो गया और कमरों में जाकर बैठे रहे। इस दौरान इन हमलावरों ने कॉलोनी में भी जमकर हंगामा किया। पिपलौदा ने हमला करने वाले आरक्षकों में कोतवाली में पदस्थ आरक्षक छोटू चौहान उर्फ दीपक, रुद्रप्रताप सिंह कौरव, राजकमल (सिरसौद में पदस्थ) व एक यादव आरक्षक का नाम बताया। राजेंद्र ने बताया कि जब घर पर हमला हो रहा था, तब मंैने पुलिस अधीक्षक को फोन करके बताया कि मेरे घर पर हमला हो गया है। तब आधा घंटे बाद पुलिस की एक गाड़ी आई। जब पुलिस हमारे घर आई, तब हम कमरों में से बाहर निकले।

टीआई ने उल्टे एफआईआर की दी धमकी
एसपी को घटना की जानकारी देते हुए पिपलौदा ने बताया कि रात में जब हम घर पर हुए हमले के मामले में एफआईआर करवाने कोतवाली पहुंचे तो टीआई बादाम सिंह यादव ने सुनवाई करने की बजाय उल्टे यह कहते हुए धमकाया कि यदि ज्यादा बोलोगे तो तुम्हारे खिलाफ ही एफआईआर कर दूंगा। पिपलौदा ने कहा कि जब रक्षक ही भक्षक हो जाए, तो फिर आम जनता का क्या होगा।
एसपी ऑफिस पहुंचे कांग्रेस नेता
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव हरवीर रघुवंशी, केशव सिंह तोमर, राकेश गुप्ता, नपा उपाध्यक्ष अनिल शर्मा, विजय शर्मा सहित एक दर्जन कांग्रेस नेताओं के साथ राजेंद्र पिपलौदा व कॉलोनी के लोग मंगलवार की दोपहर 1 बजे एसपी राजेश हिंगणकर के पास पहुंचे। एसपी ने कहा कि हमने रात में ही पुलिस को मौके पर पहुंचाया और पुलिस आरक्षकों का मेडिकल परीक्षण करवाने के साथ उनमें से दो को निलंबित कर दिया। साथ ही इस मामले की जांच रक्षित निरीक्षक भरत सिंह यादव को सौंपी है। जब मामले की जांच हो जाएगी तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

दो माह पूर्व भी की थी शिकायत
न्यू शिव कॉलोनी में स्थित आरक्षक मनीष शिवहरे के मकान में किराएदार के साथ आए दिन पुलिस आरक्षकों द्वारा शराब के नशे में हंगामा करनें से त्रस्त होकर कॉलोनी के लोगों ने 11 नवंबर को जनसुनवाई में एडीशनल एसपी से शिकायत की थी। चूंकि मामला पुलिस से ही जुड़ा हुआ था, इसलिए उस शिकायत को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। यदि पुलिस उसी समय एक्शन लेकर अपने विभाग के कर्मचारियों को सख्ती से समझाती तो शायद यह घटना नहीं होती।
कर्मचारियों के साथ आमरण अनशन करूंगा
राजेंद्र पिपलौदा ने एसपी से कहा कि निलंबन कोई सजा नहीं है, उन्होंने घर पर हमला किया है तो एफआईआर क्यों नहीं की जा रही। एसपी ने कहा कि इस हमले में आपको कोई चोट आई है क्या?, यदि चोट होती तो मेडिकल करवाकर सीधे एफआईआर दर्ज कर लेते। इसलिए अब पहले जांच होगी और फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह सुनते ही पिपलौदा ने कहा कि यदि दो दिन के अंदर हमलावर आरक्षकों पर एफआईआर नहीं हुई तो हम कर्मचारी कांग्रेस के बैनर तले आपके ऑफिस के सामन आमरण अनशन करेंगे।
रात में सूचना मिलते ही हमने कोतवाली से पुलिस बल मौके पर भेजा तो वहां घटना सही पाई गई। आरक्षकों का मेडिकल करवाया है और दो आरक्षकों को निलंबित कर दिया। अब मामले की विभागीय जांच हो रही है। एफआईआर के लिए जांच होना जरूरी है। पूर्व में की गई शिकायत के बारे में पता करवाता हूं कि उसमें क्या हुआ?।
राजेश हिंगणकर, एसपी शिवपुरी
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