अस्पताल प्रबंधन बोला, अपनी मर्जी से ले गए
इस संबंध में जब अस्पताल प्रबंधन से बात की गई तो उनका कहना था कि यह बात गलत है कि डॉक्टर ने उसकी छुट्टी की थी। वह खुद अपनी मर्जी से जच्चा को यहां से लेकर गया था और पर्चे पर भी लिख कर गया था । वहीं रामनिवास का कहना है कि मैं तो पढ़ा लिखा नहीं हूं, मुझसे डॉक्टर ने छुट्टी की बात कही और एक कागज भी दिया कि जाओ तुम्हारी छुट्टी हो गई है। जो कागज उसे दिया गया था वह डिस्चार्ज टिकिट न होकर सोनोग्राफी की रिपोर्ट थी।
इस संबंध में जब अस्पताल प्रबंधन से बात की गई तो उनका कहना था कि यह बात गलत है कि डॉक्टर ने उसकी छुट्टी की थी। वह खुद अपनी मर्जी से जच्चा को यहां से लेकर गया था और पर्चे पर भी लिख कर गया था । वहीं रामनिवास का कहना है कि मैं तो पढ़ा लिखा नहीं हूं, मुझसे डॉक्टर ने छुट्टी की बात कही और एक कागज भी दिया कि जाओ तुम्हारी छुट्टी हो गई है। जो कागज उसे दिया गया था वह डिस्चार्ज टिकिट न होकर सोनोग्राफी की रिपोर्ट थी।
चार बेटियों के बाद हुआ बेटा
खास बात यह है कि रामकुमारी के यहां इससे पहले चार बेटियां हैं और बेटे की चाह में ही उसके यहां चार बेटियां हो गई हैं। पांचवे नंबर पर बेटा हुआ है इसलिए रामनिवास इतना प्रसन्न है कि उसका कहना है जिसने जो किया वो सब ठीक है। ईश्वर ने उसे बेटा देकर उसकी इच्छा पूरी कर दी इसलिए उसे अब किसी से कोई शिकायत नहीं है।
खास बात यह है कि रामकुमारी के यहां इससे पहले चार बेटियां हैं और बेटे की चाह में ही उसके यहां चार बेटियां हो गई हैं। पांचवे नंबर पर बेटा हुआ है इसलिए रामनिवास इतना प्रसन्न है कि उसका कहना है जिसने जो किया वो सब ठीक है। ईश्वर ने उसे बेटा देकर उसकी इच्छा पूरी कर दी इसलिए उसे अब किसी से कोई शिकायत नहीं है।
आरोप गलत है
मरीज के अटेंडर अपनी मर्जी से प्रसूता को घर ले गए थे और यह बात वह पर्चे पर लिख कर भी गए हैं। अगर हमने डिस्चार्ज किया होता तो डिस्चार्ज भी बनता, उसका आरोप गलत है।
डॉ उमा जैन, प्रसूति रोग विशेषज्ञ
मरीज के अटेंडर अपनी मर्जी से प्रसूता को घर ले गए थे और यह बात वह पर्चे पर लिख कर भी गए हैं। अगर हमने डिस्चार्ज किया होता तो डिस्चार्ज भी बनता, उसका आरोप गलत है।
डॉ उमा जैन, प्रसूति रोग विशेषज्ञ