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हम भगवान राम के वशंज हैं, इसका सबूत देने 2 हजार लोग अयोध्या रवाना हुए

locationशिवपुरीPublished: Sep 07, 2019 06:15:01 pm

Submitted by:

Muneshwar Kumar

अयोध्या रवाना होने से पहले रघुवंशी समजा के लोगों की मांग, अयोध्या में जल्द बने राम मंदिर

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शिवपुरी/ राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पूछा था कि भगवान राम के कोई वशंज हैं क्या। इसके बाद कई राजघराने के लोग सामने आए थे। उन्होंने सबूत भी दिए थे कि किस आधार पर खुद को भगवान राम के वशंज बता रहे हैं। अब मध्यप्रदेश में एक समाज के लोग खुद को भगवान राम का वंशज बता रहे हैं। इसका सबूत देने के लिए करीब दो हजार लोग अयोध्या रवाना हुए हैं।
मध्यप्रदेश के कई जिलों से रघुवंशी समाज के लोग अयोध्या के लिए रवाना हुए हैं। इस समाज के लोग खुद को भगवान राम का वंशज बता रहे हैं। प्रदेश के विभिन्न जिलों से सभी लोग मध्यप्रदेश के शिवपुरी में इकट्ठा हुए। यहां से सैकड़ों वाहनों में सवार होकर अयोध्या के लिए निकले। सिर्फ शिवपुरी ही नहीं अयोध्या जाने के लिए नरसिंहपुर और रायसेन से भी लोग पहुंचे थे।
इस समाज के लोग आयोध्या जाकर डीएम को ज्ञापन सौपेंगे। इनका कहना है कि ये लोग रघुवंशी हैं और राम के वशंज हैं। नरसिंहपुर के नगर पालिका अध्यक्ष राजेंद्र रघुवंशी ने कहा कि हमलोग अयोध्या जा रहे हैं और वहां भगवान रामलला का दर्शन करेंगे। वहां हिंदुस्तान के दूसरे हिस्सों से भी लोग पहुंचेंगे। हमलोग रघुवंश कुल के हैं, इसलिए अयोध्या जा रहे हैं। इन्होंने उम्मीद जताई है कि पूरे देश से करीब एक लाख लोग पहुंचेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने नौ अगस्त को सुनवाई के दौरान भगवान राम के वंशजों की जानकारी मांगी थी। इसके बाद से ही देश के कई हिस्सों के लोग भगवान राम के वंशज होने का दावा किया था। इस यात्रा को रघुवंश सिद्ध यात्रा के नाम से लोग कर रहे हैं। ये लोग राष्ट्रपति के नाम भी एक ज्ञापन सौपेंगे। रघुवंशी समाज के लोगों की मांग यह भी है कि जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण हो।
गौरतलब है कि ये सभी लोग रविवार को अयोध्या में सरयू नदी में स्नान के बाद रामलला के दर्शन करेंगे। रघुवंशी सिद्ध यात्रा में मध्यप्रदेश के 15 जिलों के लोग शामिल हुए हैं। ऐसे में अब फैसला सुप्रीम कोर्ट ही दस्तावेजों के आधार पर करेगी कि दावेदारों में भगवान राम के असली वशंज कौन हैं। फिलहाल राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है।
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