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रैन बसेरा में नहीं मिल रहा बसेरा

locationशिवपुरीPublished: Nov 18, 2017 11:03:13 pm

Submitted by:

shyamendra parihar

पुराने बस स्टैंड व अस्पताल में रैन बसेरा महज कागजों में, खुले में सोने को मजबूर गरीब

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शिवपुरी. मौसम में ठंडक घुलना शुरू हो गई है तथा सुबह-शाम को पड़ रही ठंड के बीच वे जरूरतमंद परेशान हैं, जिन्हें रात गुजारने के लिए कोई जगह नहीं है। जबकि ऐसे लोगों के लिए शहर में तीन रैन बसेरा संचालित हो रहे हैं, लेकिन इनमें से दो में ताले लटक रहे हैं तथा एक मात्र रैन बसेरा में ही लोगों को सहारा मिल पा रहा है। ऐसे में रात के अंधेरे में बेघरबार एवं बाहर के लोगों के रुकने के लिए कोई ठिकाना शहर में नहीं है।
ज्ञात रहे कि पुराने बस स्टैंड पर लगभग 20 साल पुराना रैन बसेरा है, जो लंबे समय से बंद पड़ा है। पहले तो यहां पर कमरे खुले रहते थे, जिसके चलते सांझ ढलते ही असामाजिक तत्व यहां डेरा जमाए रहते थे। लेकिन लंबे समय से बंद होने की वजह से उसके कमरे भी अंदर से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इन कमरों का मेंटेनेंस करने के लिए नगरपालिका में फाइल भी चली, लेकिन अभी तक उसमें कोई सुधार कार्य नहीं कराया गया। ऐसे में अब रैन बसेरा कब तक दुरुस्त होगा तथा कब उसका लाभ लोगों को मिलेगा?, कहना मुश्किल है।
एक रैन बसेरा जिला अस्पताल परिसर में भी मौजूद है। सुलभ शौचालय के ऊपर बने इस रैन बसेरा में भी मरीजों के परिजनों को कोई सुविधा नहीं दी जाती। यहां पर न तो बिछाने को कुछ है और न ओढऩे को। इस रेन बसेरा में अधिकांशत: ताले लटके रहते हैं। यही वजह है कि मरीजों के परिजन किराए पर रजाई आदि लाकर अस्पताल परिसर में यहां-वहां जगह देखकर रात गुजारते हैं। नपा के रैन बसेरा प्रभारी ने बताया कि इस रैन बसेरा जिला अस्पताल की रोगी कल्याण समिति को हैंडओवर किया गया है, इसलिए वहां सुविधाओं का ख्याल भी रोगी कल्याण समिति को ही करना है।
एकमात्र रैन बसेरा में बेहतर सुविधाएं
पोहरी रोड स्थित नवीन बस स्टैंड पर बनाए गए रैन बसेरा को अटल आश्रय योजना में शामिल किया गया है। जिसके मेंटीनेंस के लिए हर साल लगभग 5 लाख रुपए का बजट शासन से मिलता है। इस रैन बसेरा को नपा ने एक प्राइवेट संस्था को संचालन के लिए ठेके पर दिया है। हालांकि बीच में एक बार इस रैन बसेरा में पुलिस ने जुआरी दबोचे थे। लेकिन यहां 25 पलंग होने के साथ ही महिला व पुरुष के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं हैं।
पुराने बस स्टैंड के रैन बसेरा में कुछ मरम्मत का कार्य होने के बाद उसे शुरू किया जाना है। इसका प्रस्ताव बनने के साथ प्रक्रिया भी पूरी हो गई है, अब निर्माण शाखा इसमें मेंटीनेंस कर दे तो उसे भी किसी संस्था को दे देंगे। अस्पताल के रैन बसेरा का संचालन रोगी कल्याण समिति कर रही है, इसलिए वो ही उसमें व्यवस्थाएं करेगी।
पीयूष श्रीवास्तव, प्रभारी रैन बसेरा नपा शिवपुरी
अमूमन तो रैन बसेरा को नगरपालिका ही चलाती है, लेकिन यहां पहली बार देखा है कि आरकेएस (रोगी कल्याण समिति) पर संचालन हैं। हम दोनों रैन बसेरा की स्थिति के बारे में पता करते हैं और जल्दी ही उन्हें आमजन के लिए शुरू करवाएंगे। यदि ऐसा लगेगा के आरकेएस संचालन नहीं कर पाएगी तो हम उसे नपा को ही देंगे।
तरुण राठी, कलेक्टर व अध्यक्ष रोगी कल्याण समिति
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