जानकारी के मुताबिक बीते रोज गुना कोतवाली में एक बाइक शोरूम संचालक ने शिकायत दर्ज कराई कि एक युवक देवेन्द्र धाकड़ जो कि खुद को आरक्षक बताता है कि धनतेरस पर शिवपुरी व गुना में अलग-अलग शोरूम पर ५ बाइकें खरीदी और इसके बदले में फर्जी चेक पकड़ा दिए, जो बाद में बाउंस हो गए। चूंकि आरक्षक वर्दी पहने था और उस पर पुलिस का आई कार्ड था इसलिए शोरूम वालो ने उस पर विश्वास करके यह बाइक चेक के बदले दे दीं। इधर पुलिस विभाग देवेन्द्र धाकड़ को पूर्व में ही बर्खास्त कर चुका है। देवेन्द्र पुलिस में रहते हुए गुना एसपी कार्यालय में पदस्थ था और उसने पुलिस में रहते हुए कई धोखाधड़ी जैसी घटनाओं को अंजाम दिया था जिसके चलते विभाग ने उसे बर्खास्त कर दिया। यह पूरा मामला जब शोरूम संचालको को पता चला तो उन्होंने आरोपी देवेन्द्र धाकड़ निवासी फतेहपुर शिवपुरी के खिलाफ गुना कोतवाली में धोखाधड़ी का मामला दर्जकराया है।
शिवपुरी के दो आरक्षकों पर करा चुका है केस दर्ज
यहां बता दें कि देवेंद्र धाकड़ शिवपुरी के फतेहपुर क्षेत्र का निवासी है और पुलिस में भर्ती होने के बाद वह गुना के एसपी कार्यालय में नौकरी कर रहा था।यहां पर उसकी आपराधिक कार्यप्रणाली के कारण उसे एसपी कार्यालय से लाइन में अटैच कर दिया गया। इसके बाद भी उसने अपने व्यवहार में परिवर्तन नहीं किया और वह लोगों के साथ लगातार ठगी करता रहा जिसकी शिकायतें एसपी को प्राप्त हो रही थीं। बाद में एसपी ने देवेन्द्र को बर्खास्त कर दिया। बड़ी बात यह है कि बर्खास्त होने के बाद भी देवेन्द्र वर्दी पहनकर आए दिन लोगों को ठगने का काम करता ही रहा। उसने ४ माह पूर्व शिवपुरी के देहात थाने में पदस्थ दो आरक्षकों प्रशांत जादौन व ऋषभ करारे पर लूट का मामला दर्ज कराया था।