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सेल्समैनों को बनाया खरीदी केंद्र प्रभारी

locationशिवपुरीPublished: Apr 02, 2019 10:49:52 pm

Submitted by:

Rakesh shukla

जिला सहकारी बैंक प्रबंधक बोले: कर्मचारी कम होने की वजह से की व्यवस्था

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सेल्समैनों को बनाया खरीदी केंद्र प्रभारी

शिवपुरी. जिले में गेहूं की खरीदी अभी तक शुरू नहीं हुई या फिर यह कहें कि खरीदी केंद्र पर अभी तक व्यवस्थाएं पूर्ण नहीं हो पाईं। इन सबके बीच खरीदी की जिम्मेदारी सोसायटियों के प्रबंधकों की जगह पिछोर में सेल्समैनों को खरीदी केंद्र का प्रभारी बना दिया गया। जिला सहकारी बैंक के प्रबंधक का कहना है कि कर्मचारियों की कमी के चलते यह व्यवस्था की है। बड़ा सवाल यह है कि कंट्रोल की दुकानों के सेल्समैन का अस्थाई पद होता है, यदि उसने करोड़ों के गेहूं खरीदी में कोई गड़बड़ी की तो फिर उसका जिम्मेदार कौन होगा।
गौरतलब है कि समर्थन मूल्य पर होने वाली गेहूं खरीदी के लिए जो केंद्र बनाए जाते हैं, उनमें खरीदी केंद्र प्रभारी सोसायटियों के प्रबंधकों को बनाया जाता है। लेकिन इस बार पिछोर विधानसभा क्षेत्र के अधिकांश खरीदी केंद्रों की जिम्मेदारी वहां की कंट्रोल की दुकानों के सेल्समैनों को दे दी गई। सेल्समैन की छवि पहले ही आमजन के बीच खराब होती है, ऐसे में यदि वो करोड़ों रुपए के गेहूं की खरीदी का प्रभार संभालेगा, तो फिर इसमें कोई गड़बड़ी नहीं होगी, इसकी गारंटी कौन लेगा?। वहीं सूत्रों का कहना है कि खरीदी में गड़बड़ी करने के लिए सेल्समैनों को खरीदी केंद्रों का प्रभारी बनाया गया है, ताकि यदि कोई मामला पकड़ में आया तो सेल्समैन को हटाने में अधिक समस्या नहीं आएगी, क्योंकि उसकी कोई शासकीय नौकरी नहीं है।
हर बार हुआ खरीदी में घोटाला
शिवपुरी जिले में समर्थन मूल्य पर होने वाली खरीदी में हर बार बड़ा घोटाला हुआ है। बीते खरीफ की फसल उड़द की जिले में इतनी अधिक खरीदी की गई, कि उतनी पैदावार ही जिले में नहीं हुई। खरीदी की आड़ में राजस्थान के व्यापारियों ने अपनी उड़द शिवपुरी के खरीदी केंद्रों पर बेच दी थी। पिछले दिनों जब प्याज-लहसुन की खरीदी हुई तो उसमें बिना प्याज-लहसुन उगाए ही करोड़ों रुपए की बिक्री शिवपुरी मंडी में दर्शा दी गई। इस मामले की जांच के बाद मंडी सचिव सहित सात लोगों पर पुलिस एफआईआर दर्ज की गई। अब एक बार फिर समर्थन मूल्य पर खरीदी का सीजन शुरू हो गया।
सोसायटी पर प्रबंधक एक ही होता है, जबकि एक ही सोसायटी को कई जगह खरीदी करनी है। ऐसे में कर्मचारियों की कमी के चलते सेल्समेनों को प्रभारी बना दिया होगा। सोसायटी के प्रबंधक की भी स्थाई नौकरी नहीं होती है। अभी तक जिले में किसी भी केंद्र पर खरीदी शुरू नहीं हुई है।
वायके सिंह, प्रबंधक जिला सहकारी बैंक शिवपुरी
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