उचित मूल्य की दुकान गजोरा के सेल्समैन रामेश्वर लोधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि पैसा लेकर फूड इंस्पेक्टर गरीबों के खाद्यान्न को ब्लैक कर रहे हैं। साथ ही उनकी जगह पर अन्य किसी निजी व्यक्ति से शासकीय उचित मूल्य की दुकानों पर अवैधानिक रूप से कार्य कराया जा रहा है। जो लोग अभी दुकानों पर काम कर रहे हैं उनके लिए ना कोई ठहराव प्रस्ताव डाले गए हैं ना ही जिन लोगों को हटाया गया है उनको कोई हटाने संबंधित नोटिस आदि जारी किए गए हैं। राजनीति से प्रेरित होकर अधिकारी हम सेल्समैनों के साथ अन्याय कर रहे हैं। सेल्समैन जितेंद्र पाराशर ने बताया कि फूड इंस्पेक्टर रूपेंद्र सिंह परमार स्थानांतरण होने के बाद भी राजनीतिक रसूख के चलते यहीं पर डटे हुए हैं और रोज गलत काम कर रहे हैं। सेल्समैन फूलसिंह यादव ग्राम नदनवारा ने बताया कि मुझे न्यायालय द्वारा रखने के लिए आदेश किया गया था, लेकिन एसडीएम केआर चौकीकर, फूड इंस्पेक्टर रूपेंद्र सिंह परमार और प्रशासक राकेश चौहान, देवेंद्र सिंह दांगी आदि न्यायालय के आदेश की अवहेलना करते हुए मुझे नहीं रख रहे हैं। सैल्समैनों ने बताया कि कोरोना के समय का सितंबर से नवंबर तक का गरीबों का खाद्यान्न ग्राम पंचायतों में नहीं बांटा गया। शिकायतों के बाद भी अधिकारी जांच नहीं कर रहे हैं। कागजों में नाम हमारा चल रहा है और कार्य कोई दूसरे कर रहे हैं। इस संबंध में हमने मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया से लेकर कलेक्टर तथा स्थानीय एसडीएम को भी कई बार शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। सेल्समैन ने बताया कि हमारे नेता प्रीतम लोधी आ रहे हैं और तभी तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। धरना प्रदर्शन के दौरान रामेश्वर लोधी बदरखा, रामेश्वर लोधी गजोरा, कृष्णपाल सिंह लोधी रेवई, अजब सिंह यादव जंगीपुर, अजब सिंह यादव छिरवाहा, मनोज लोधी खुरई, जय किशन लोधी दुल्हई, अवतार सिंह बिजरावन, रामलखन यादव मायापुर, राकेश परिहार मुहारीकला आदि डेढ़ सैकड़ा सेल्समैन मौजूद थे।