दो साल से नहीं कराया बस का बीमा
जिस स्कूल बस से यह दुर्घटना घटित हुई है, वह पोहरी के किसी हरिशंक शिवहरे के नाम पर शिवपुरी आरटीओ में दर्ज 11 साल पुरानी बस है। एमपी ट्रांसपोर्ट की साइड पर दर्ज जानकारी के अनुसार इस बस को शिवपुरी आरटीओ ने 9 अक्टूबर 2019 तक फिटनेसजारी की गई है, परंतु बस के मालिक ने 17 अगस्त 2016 के बाद बस का बीमा नहीं कराया है। यह दर्शाता है कि स्कूल बस के संचालन में किस हद तक लापरवाही बरती जा रही है। इससे पूर्व भी इस स्कूल की जिस बस का एक्सीडेंट हुआ था उसका भी बीमा नहीं था।
औपचारिक कार्रवाई का परिणाम है हादसा
शैक्षणिक सत्र की शुरूआत होने से पहले आरटीओ कार्यालय द्वारा शहरभर के विभिन्न स्कूलों की बसों को जब्त कर प्ले ग्राउंड में उनकी फिटनेस, बीमा, स्पीड गवर्नर आदि की जांच की थी। यह जांच पड़ताल सिर्फ औपचारिकताओं में सिमट कर रह गई, इसी का परिणाम है कि आज भी सडक़ों पर बिना बीमा और फिटनेस के भी स्कूली बसें फर्राटे भर रही हैं। यदि उस समय कार्रवाई सिर्फ औपचारिकताओं में सिमट कर नहीं रहती और आरटीओ समय-समय पर वाहनों की चेकिंग करती रहती तो शायद इस तरह के हादसे नहीं होते।