कोलारस उपचुनाव : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया चुनावी सभाओं को संबोधित
वपुरी/कोलारस/बदरवास। कोलारस उपचुनाव के लिए होने वाले मतदान में अब महज एक सप्ताह शेष रह गया है। ं दोनों दलों ने अपनी पूरी ताकत मतदाता को रिझाने में झोंक दी। गुरुवार को भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह चौहान गांव-गांव में सभाएं करने पहुंचे। कांग्रेस की ओर से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमान संभाली। दोनों ही दलों के दिग्गजों ने कभी प्रत्यक्ष तो कभी अप्रत्यक्ष रूप से दोनों पर कटाक्ष किया। सिंधिया ने क्षेत्र में कराए गए विकास कार्यों की दुहाई दी, तो सीएम ने क्षेत्र में विकास के लिए एक मौका देने की अपील की। सिंधिया ने कहा कि जिस मुख्यमंत्री व उनके मंत्रियों ने 14 साल में एक भी बार अपनी शक्ल नहीं दिखाई, वे अब गांव-गांव घूम रहे हैं। वहीं सीएम ने कहा कि आपके सांसद इस क्षेत्र में विकास नहीं चाहते और वे आमजन को आगे बढऩे से भी रोक रहे हैं।
जिन्होंने 14 साल शक्ल नहीं दिखाई, अब घूम रहे गांव-गांव : सिंधिया
कोलारस व बदरवास के ग्राम भड़ौता, अम्हारा, बामौरकलां व अटलपुर में चुनावी सभाओं को सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सभाओं को संबोधित किया। सिंधिया ने यह पूछे सीएम से सवाल:
ठ्ठ एक सप्ताह पूर्व कोलारस के विधानसभा क्षेत्र के ग्राम साखनोर में कर्ज में दबे कृषक चरन जाटव ने आत्महत्या कर ली। उसके घर पत्नी व बच्चों के आंसू पोंछने मैं गया, लेकिन सीएम उसके घर क्यों नहीं गए।
ठ्ठ जब बदरवास में ट्रेन का एक्सीडेंट हुआ था, तब मैं संसद में था। लेकिन जैसे ही मुझे सूचना मिली तो मैने वहां से संबंधित मंत्री से चर्चा कर सहायता भेजी तथा बाद में मृतकों के परिजनों के आंसू पोंछने गया। तब सीएम क्यों नहीं पहुंचे।
ठ्ठ कोलारस के जिन गांवों में 14 साल में सीएम ने अपना चेहरा नहीं दिखाया, एक भी विकास कार्य नहीं कराया, वे अब गांव-गांव व घर-घर दस्तक दे रहे हैं। पिछले दो माह से पूरा कैबिनेट ही कोलारस क्षेत्र में घूम रही है।
ठ्ठ मैं आपके साथ खुशी में भले ही शामिल न हो पाया हूं, लेकिन जब भी कोई विपदा या दुख आप लोगों पर आया तो सिंधिया परिवार का यह मुखिया आपके बीच उस दुख को बांटने पहुंचा। क्या सीएम व उनके मंत्री कभी आपके बीच आए।
ठ्ठ प्रदेश में किसान परेशान होकर आत्महत्या कर रहा है और शासन व प्रशासन े मस्ती में है। आपके क्षेत्र में जो विकास हुआ है, वो मैंने करवाया। मैं जब भी आपके गांव में आया, तो कभी खाली हाथ नहीं आया। लेकिन भाजपा ने एक कील तक यहां विकास के नाम पर नहीं लगाई।
ठ्ठ रामसिंह यादव ने अपना पूरा जीवन आप लोगों की सेवा के लिए दिया और उन्होंने विधानसभा में आपकी सभी समस्याओं को प्रमुखता से उठाया, लेकिन सरकार ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया।
ठ्ठ गुड़ा गांव में सिंधिया ने आदिवासी समाज के लोगों से कहा कि इस सरकार ने आपको पट्टे की जमीन से खदेड़ दिया है, यह सरकार गरीबों की नहीं है। मैंने कोलारस क्षेत्र में सडक़ों का जाल बिछा दिया। सात गांव में विद्युत सब स्टेशन बनवाए, तालाब बनवाए। भाजपा ने 14 साल में एक भी
काम नहीं किया।
सांसद नहीं चाहते विकास, वे आमजन को बढऩे नहीं देना चाहते : शिवराज
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोलारस-बदरवास के ग्राम भैरो की राई, मेघोनाबड़ा, मुढ़ैरी, देहरदागणेश व खरई में सभा को संबोधित किया। तथा खरई से रथ पर सवार होकर पड़ोरा-सेसई तक रोड-शो किया। सीएम ने सभाओं में सांसद सिंधिया से यह पूछे सवाल:
ठ्ठ मेरे लिए जनता की सेवा भगवान की पूजा है, वो मैं कर रहा हूं। लेकिन कांग्रेस ने इस क्षेत्रमें 50 साल में कुछ भी नहीं किया। मैं आपसे केवल पांच माह मांग रहा हूं, फिर देखना ऐसा विकास करूंगा कि आसपास वाले भी देखेंगे।
ठ्ठ आपके यहां के सांसद जब केंद्र में उद्योग मंत्री थे, तो वे अपने इस क्षेत्र में क्यों कोई उद्योग लेकर नहीं आए?, ताकि यहां के युवाओं को
रोजगार मिलता।
ठ्ठ हरीपुर से लालपुर की जिस सडक़ की मांग यहां के प्रभारी मंत्री रुस्तम सिंह कर रहे हैं, तो क्या कांगे्रस ने यहां सडक़ तक नहीं बनवाईं। यहां सिंध नदी है, अभी तक कांगे्रस के लोगों ने यहां पर स्टॉप डैम क्यों नहीं बनवाए?
ठ्ठ हमने पिछले तीन माह में जो विकास कार्य किए हैं, वो तो ट्रेलर है, पूरी फिल्म देखनी है तो अगले पांच महीने दे दो। हमें भी अपने दिल की इस क्षे्रत्र में कर लेने दो।
ठ्ठ पांच माह में यदि हमारा काम पसंद आए तो परमानेंट कर देना, नहीं तो अगले चुनाव में हमें हटा देना।
ठ्ठ आज मैं कोई घोषणा नहीं कर सकता, क्योंकि कांग्रेस के सांसद व उनके नेता हमारी शिकायतें कर रहे हैं। लेकिन 28 फरवरी को परिणाम है और उसके बाद शिवराज व रुस्तम सिंह हैं।
ठ्ठ दिल-दिमाग से सोचना और चुनाव में चेहरा मत देखना, विकास को देखना। क्योंकि यदि आपने विकास को नकार दिया तो फिर लोगों का विकास से भरोसा उठ जाएगा।
ठ्ठ बाबा भारती व डाकू खडग़ सिंह की कहानी सुनाते हुए कहा कि जब डाकू ने दया का पात्र बनकर बाबा भारती का घोड़ा छीन लिया था, तो बाबा भारती ने उस डाकू से कहा था कि यह बात किसी को मत बताना, नहीं तो लोगों को दया के पात्र लोगों से भरोसा उठ जाएगा और फिर कोई ऐसे जरूरतमंदों की मदद नहीं कर पाएगा।