scriptएएसआई की आत्महत्या का मामला सिंधिया ने संसद में उठाया | Scindia raised a case of ASI suicide in Parliament | Patrika News

एएसआई की आत्महत्या का मामला सिंधिया ने संसद में उठाया

locationशिवपुरीPublished: Jan 03, 2018 11:11:46 pm

Submitted by:

shyamendra parihar

मामले को संदिग्ध बदाते हुए सीबीआई जांच की मांग की
 

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शिवपुरी. सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एएसआई सतीश रघुवंशी की आत्महत्या की सीबीआई जांच की मांग का मुद्दा लोकसभा में उठाया। सिंधिया ने आत्महत्या की सीबीआई जांच की मांग करते हुए लोकसभा मे केंद्र सरकार से मांग की है कि जिन परिस्थितियों में अशोकनगर जिले में पदस्थ एएसआई सतीश रघुवंशी ने थाने और सिटी कोतवाली के बीच वायरलेस टॉवर की ग्रिल पर पुलिस वर्दी पहने आत्महत्या की, वह दुखद व संदिग्ध भी है।
सिंधिया ने कहा कि मृतक अफसर की जेब में मिले आत्महत्या से पूर्व लिखे पत्र में उन्होंने कई सीनियर पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रताडऩा का उल्लेख किया। दिवंगत एएसआई द्वारा आत्महत्या से पूर्व लिखे गए पत्र से की गई छेड़छाड़ से प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि पूरा मामला संदिग्ध है। विशेषकर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक की भूमिका, जिन पर पत्र से अपना नाम मिटाने के भी आरोप हैं। यह एक संवेदनशील मुद्दा है, जिसकी उपेक्षा करना गैर जिम्मेदाराना होगा। इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई द्वारा कराए जाने से ही सत्यता उजागर हो सकेगी। संसद में सांसद सिंधिया ने कहा कि उन तमाम परिस्थितियों की जांच होना चाहिए, जिनके चलते एएसआई रघुवंशी को आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा। वैसे तो राज्य सरकार को तत्काल मामले की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए थी, लेकिन मप्र सरकार द्वारा इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाने का परिणाम है, कि मुझे भारत के सबसे बड़ी पंचायत के समक्ष यह मुद्दा उठाना पड़ रहा है। आशा है कि मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए भारत सरकार के गृह मंत्री सीबीआई से जांच कराने के निर्देश देंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।
सीबीआई जांच में इनका हो सकेगा खुलासा
– एएसआई रघुवंशी की आत्महत्या प्रकरण में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक की आखिर क्या भूमिका थी
– क्या जिले के पुलिस प्रमुख के रूप में उन्होंने निष्पक्षता से कार्य किया
– कहीं राज्य सरकार पुलिस अधीक्षक को बचाने का प्रयास तो नहीं कर रही
– अब तक तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने का प्रकरण दर्ज क्यों नहीं किया गया
– राज्य सरकार द्वारा मौखिक रूप से सीबीआई जांच का वादा करने के बावजूद, इसके लिए कोई सिफारिश क्यों नहीं की गयी
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