उल्लेखनीय है कि शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में विभिन्न पदों पर की गई भर्तियों में कॉलेज के कर्ताधर्ताओं ने अपनों को उपकृत करने के लिए दर्जनों पात्र अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव कर दिया। इस मामले को पत्रिका ने जब परत-दर-परत उजागर किया। वहीं पत्रिका में मेडिकल कॉलेज भर्ती में अनियमितताओं की खबरों के प्रकाशन के बाद मेडिकल कॉलेज ने पत्रिका से खबरों के प्रकाशन के संबंध में साक्ष्य मांगे और इसके बाद कॉलेज के पीआरओ डॉ जीएस गुप्ता ने स्वीकारा कि गड़बड़ हुई है। उन्होंने इस मामले की जांच करवाई और एक जांच रिपोर्ट पत्रिका को प्रस्तुत की जिसमें घालमेल को टंकण त्रुटि और अंक गणितीय भूल करार दिया। पत्रिका ने ५ जनवरी को ‘कटघरे में कमेटी, जांच में धांधली को दिया भूल और त्रुटि का नाम’ नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित कर मेडिकल कॉलेज की नियुक्ति, जांच व स्कूटनी कमेटी की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए एक तटस्थ जांच कमेटी से मामले की जांच कराए जाने की बात रखी।
इस खबर के बाद कमिश्रर बीएम शर्मा ने सोशल साइट पर इस बात की घोषणा की कि जल्द ही एक कमेटी बनाकर पूरी भर्ती प्रक्रिया की जांच कराई जाएगी। इसी क्रम में शिवपुरी कलेक्टर अनुग्रह पी ने एडीएम अशोक सिंह चौहान की अध्यक्षता में एक सात सदस्सीय टीम गठित की है, जिसमें डिप्टी कलेक्टर आरबी शिंडोस्कर, महिला बाल विकास अधिकारी ओपी पांडे, सिविल सर्जन डॉ पीके खरे सहित तीन अन्य राज पत्रित अधिकारियों को शामिल किया गया है। यह कमेटी मैरिट लिस्ट में हुए घोटाले सहित अन्य गड़बडिय़ो की जांच करेगी। इससे अभ्यर्थियों में एक उम्मीद की किरण जागी है।
“एडीएम की अध्यक्षता में एक टीम गठित की गई है, यह टीम मैरिट सूची सहित अभ्यर्थियों द्वारा लगाई आपत्ति व अन्य शिकायतों की जांच करेगी।”
अनुग्रह पी, कलेक्टर शिवपुरी
अनुग्रह पी, कलेक्टर शिवपुरी