पीड़िता के अनुसार युवक पिछले कई दिनों से युवती परेशान कर रहा है और उस पर शादी करने के लिए दबाव बना रहा है। पीड़िता ने बताया कि जब वह इस बात की शिकायत करने थाने पहुंची तो पुलिस ने अदम चैक काट कर मामले की इतिश्री कर दी। इसके बाद मंगलवार को युवती सुनवाई की गुहार लेकर पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची जहां एसपी ने भी पीड़िता की गुहार सुनने की बजाए उसे आरोपी पक्ष से राजीनामा करने की सलाह परोस दी।
शादी के लिए बना रहा दबाव
युवती ने कहा कि वह बाजार में एक दुकान पर नौकरी करती है, बीती रात जब वह दुकान से घर लौट रही थी, तभी लुहारपुरा निवासी रानू उर्फ मनीष शर्मा ने रोक लिया और उसे गालियां देते हुए उसकी लाठी से मारपीट कर दी और उसके पेट पर लात मार दी। पीड़िता के अनुसार वह उसे पकड़कर जबकर अपने घर में ले जाने लगा। जब वह इस बात की शिकायत लेकर देहात थाने पहुंची तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने की बजाए सिर्फ अदम चैक काट कर उसे थमा दिया।
युवती ने कहा कि वह बाजार में एक दुकान पर नौकरी करती है, बीती रात जब वह दुकान से घर लौट रही थी, तभी लुहारपुरा निवासी रानू उर्फ मनीष शर्मा ने रोक लिया और उसे गालियां देते हुए उसकी लाठी से मारपीट कर दी और उसके पेट पर लात मार दी। पीड़िता के अनुसार वह उसे पकड़कर जबकर अपने घर में ले जाने लगा। जब वह इस बात की शिकायत लेकर देहात थाने पहुंची तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने की बजाए सिर्फ अदम चैक काट कर उसे थमा दिया।
एसपी ने कहा समझौता कर लो
इस बात की शिकायत लेकर पीड़िता जब मंगलवार को जनसुनवाई में पुलिस अधीक्षक के यहां पहुंची तो पुलिस अधीक्षक के यहां पहुंची तो पुलिस अधीक्षक ने उसका आवेदन लेने के बाद उसे सलाह दी कि वह इस मामले में आपस में राजीनामा कर ले, नहीं तो जीवन भर की दुश्मनी हो जाएगी।
भाइयों को मारने की धमकी दी
पीड़िता ने मीडिया के समक्ष आरोप लगाया कि आरोपी युवक उसे पिछले कई दिनों से परेशान कर रहा है और पंद्रह दिन पहले तो उसने सीने पर बंदूक रखकर भाइयों को मारने की धमकी तक दी। बकौल पीड़िता एक बार तो रानू उस दुकान पर भी पहुंच गया जहां वह नौकरी करती है और उसे गालियां दीं।
पुलिस आरोपी का ले रही पक्ष
विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो आरोपी युवक एक पुलिसकर्मी का बेटा है और उसकी जल्द ही अनुकंपा पर नियुक्ति भी होने वाली है। यही कारण है कि पुलिस आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से कतरा रही है और मामले को आपसी राजीनामा से सुलझाने की सलाह दे रही है।
विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो आरोपी युवक एक पुलिसकर्मी का बेटा है और उसकी जल्द ही अनुकंपा पर नियुक्ति भी होने वाली है। यही कारण है कि पुलिस आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से कतरा रही है और मामले को आपसी राजीनामा से सुलझाने की सलाह दे रही है।