सत्यम की गिरफ्तारी, अन्य कर्मचारियों का भी होगा खुलासा
इस पूरे फर्जीवाड़े में कई अन्य पटवारी व कई शासकीय कर्मचारियों के संलिप्त होने की संभावना है, जो कि आरोपी बीनू उर्फ सत्यम श्रीवास्तव के गिरफ्तार होने पर ही खुलासा हो पाएगा। आरोपी सोनू राठौर की निशानदेही पर शिवपुरी के उसके लुधावली के कमरे से बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज एवं शासकीय दस्तावेज व फर्जी सीलें जप्त की गई हैं। अब तक की जांच में 147 लोगों को लगभग 250 हेक्टेयर शासकीय जमीन फर्जी पट्टे वितरित कर लगभग 1.5 से 2 करोड़ की राशि ठगी गई है। मामला अभी विवेचनाधीन है।
इस पूरे फर्जीवाड़े में कई अन्य पटवारी व कई शासकीय कर्मचारियों के संलिप्त होने की संभावना है, जो कि आरोपी बीनू उर्फ सत्यम श्रीवास्तव के गिरफ्तार होने पर ही खुलासा हो पाएगा। आरोपी सोनू राठौर की निशानदेही पर शिवपुरी के उसके लुधावली के कमरे से बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज एवं शासकीय दस्तावेज व फर्जी सीलें जप्त की गई हैं। अब तक की जांच में 147 लोगों को लगभग 250 हेक्टेयर शासकीय जमीन फर्जी पट्टे वितरित कर लगभग 1.5 से 2 करोड़ की राशि ठगी गई है। मामला अभी विवेचनाधीन है।
इस टीम की रही भूमिका
उक्त कार्यवाही में एसआईटी टीम एसडीओपी पोहरी निरंजन सिंह राजपूत, थाना प्रभारी बैराड़ सतीश सिंह चौहान, उनि अरविंद चौहान, योगेंद्र सिंह सेंगर, पूर्णिमा लांबे, थाना बैराड़ से महिला आरक्षक सपना, रामअवतार रावत, सुमित सेंगर एवं थाना पोहरी के आरक्षक राहुल व मुकेश परमार की सराहनीय भूमिका रही।
उक्त कार्यवाही में एसआईटी टीम एसडीओपी पोहरी निरंजन सिंह राजपूत, थाना प्रभारी बैराड़ सतीश सिंह चौहान, उनि अरविंद चौहान, योगेंद्र सिंह सेंगर, पूर्णिमा लांबे, थाना बैराड़ से महिला आरक्षक सपना, रामअवतार रावत, सुमित सेंगर एवं थाना पोहरी के आरक्षक राहुल व मुकेश परमार की सराहनीय भूमिका रही।
पांच साल बैठा तहसील के बाहर,फिर कर दिया खेल
बैराड़ थाना प्रभारी सतीश सिंह चौहान ने बताया कि इस पूरे खेल का मुख्य आरोपी सत्यम उर्फ बीनू श्रीवास्तव बीते 5-6 साल से तहसील बैराड़ के बाहर बैठकर लोगों के आवेदन आदि लिखा करता था। वहीं से उसने शासकीय कर्मचारियों के साथ मिलकर पूरा षडय़ंत्र रचा और इतना बड़ा जमीन घोटाला, कर दिया। चौहान ने बताया कि सत्यम के पास पहले कुछ नहीं था, लेकिन अब उसने बरसों से जमीन का यह घोटाला करके ग्वालियर में अच्छा मकान बना लिया।
बैराड़ थाना प्रभारी सतीश सिंह चौहान ने बताया कि इस पूरे खेल का मुख्य आरोपी सत्यम उर्फ बीनू श्रीवास्तव बीते 5-6 साल से तहसील बैराड़ के बाहर बैठकर लोगों के आवेदन आदि लिखा करता था। वहीं से उसने शासकीय कर्मचारियों के साथ मिलकर पूरा षडय़ंत्र रचा और इतना बड़ा जमीन घोटाला, कर दिया। चौहान ने बताया कि सत्यम के पास पहले कुछ नहीं था, लेकिन अब उसने बरसों से जमीन का यह घोटाला करके ग्वालियर में अच्छा मकान बना लिया।