scriptशिवपुरी की कोरोना पॉजीटिव मरीज की ग्वालियर में मौत | Shivpuri's corona positive patient dies in Gwalior | Patrika News

शिवपुरी की कोरोना पॉजीटिव मरीज की ग्वालियर में मौत

locationशिवपुरीPublished: Jul 11, 2020 10:15:38 pm

Submitted by:

shatrughan gupta

मृतका की पोती की शादी 29 जून को हुई थी और वधु बनी युवती भी कोरोना पॉजीटिव निकली है।

शिवपुरी की कोरोना पॉजीटिव मरीज की ग्वालियर में मौत

शिवपुरी की कोरोना पॉजीटिव मरीज की ग्वालियर में मौत

शिवपुरी. जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती रही कोरोना पॉजीटिव 65 वर्षीय वृद्धा की शनिवार दोपहर ग्वालियर में उपचार के दौरान मौत हो गई। आइसोलेशन वार्ड प्रभारी के अनुसार वृद्धा की हालत गंभीर होने एवं शिवपुरी में हाई-फ्लो डिवाइस न होने की वजह से उन्हें उपचार के लिए शुक्रवार को ग्वालियर रैफर किया गया था, जहां उन्होंने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। शिवपुरी में कोरोना से यह दूसरी मौत है। मृतका की पोती की शादी 29 जून को हुई थी और वधु बनी युवती भी कोरोना पॉजीटिव निकली है। मालूम हो कि बीते 29 जून को शहर के शक्तिपुरम खुड़ा में अवस्थी परिवार के घर शादी थी और बारात कोटा से आई थी। हालांकि बारातियों की संख्या कम थी, लेकिन शादी में शामिल होने आए स्थानीय लोगों की भीड़ अधिक रही। विवाह वाले इस घर के परिवारजन सहित रिश्तेदारों में अभी तक लगभग 30 कोरोना पॉजीटिव मरीज मिल चुके हैं, उनमें ही मृतक वृद्धा भी शामिल रही, जो सैंपल में परिवारजनों सहित खुद भी पॉजीटिव रहीं तथा तबीयत बिगडऩे की वजह से जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। चूंकि वृद्धा की हालत में सुधार नहीं हो रहा था तथा उन्हें सांस लेने में बहुत अधिक परेशानी हो रही थी।
बिगड़े हालातों के लिए जिम्मेदार प्रशासन
शहर में जुलाई माह के 10 दिनों में ही पॉजीटिव की संख्या 146 तपहुंच गई और यह कोरोना विस्फोट शादियों में दी गई छूट का परिणाम है। इन हालातों के लिए प्रशासन जिम्मेदार है, क्योंकि एसडीएम अरविंद वाजपेयी ने अपने दफ्तर में बैठकर शादियों की मंजूरी दी पर जिन शर्तों पर मंजूरी दी गई, यह देखने की जेहमत उन्होंने नहीं उठाई। जबकि कागजों में शादियों की मॉनीटरिंग के लिए पटवारियों सहित नायब तहसीलदारों की भी तैनाती की गई। इस लापरवाही का परिणाम रहा कि 40 की मंजूरी लेकर शादी में आए 400 लोगों की भीड़ में कोरोना का संक्रमण इतना तेजी से फैला कि चंद दिनों में ही कोरोना ने शहर को चपेट में ले लिया। प्रशासन अपनी गलती मानने की बजाए अब शादी की मंजूरी लेने वाले लोगों पर केस दर्ज करवाने शुरू कर दिए। इसके असली गुनाहगार तो वे अधिकारी हैं, जिन्होंने परमीशन देने के बाद धरातल पर वास्तविकता देखने की जहमत नहीं उठाई। खास बात यह है कि शिवपुरी की जिस महिला की कोरोना से मौत हुई है, प्रशासन ने उसके ही पोते पर धारा 188 के तहत केस दर्ज किया गया।
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