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लोकेशन ट्रेस एप के विरोध में उतरे शिक्षक

locationशिवपुरीPublished: Jul 15, 2018 10:16:23 pm

Submitted by:

Rakesh shukla

बोले शिक्षक: हमें ही कामचोर क्यों समझा जा रहा है, क्या दूसरे विभागों में सब कुछ ठीक चल रहा है

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लोकेशन ट्रेस एप के विरोध में उतरे शिक्षक

शिवपुरी. सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर समय-समय पर विभिन्न प्रयोग किए गए, लेकिन जब वे सभी विफल हो गए तो अब शिक्षा विभाग ने शिक्षक की डिजिटल के सहारे लोकेशन टे्रस करने की तैयारी कर ली। एम-शिक्षा मित्र एप, अभी शुरू किया भी नहीं कि उससे पहले शिक्षक विरोध में उतर आए तथा सडक़ पर तंबू तानकर बैठ गए। शिक्षकों का कहना है कि केवल हमें ही कामचोर क्यों समझा जा रहा है, क्या दूसरे विभागों में सब कुछ ठीक चल रहा है। इस एप को एन्ड्रॉयड में डाउनलोड करते ही शिक्षक अपने विभाग के राडॉर पर आ जाएगा। हालांकि डीपीसी का कहना है कि जो मॉनीटरिंग हमने शिवपुरी जिले में शुरू की, इस एप में उसका ही वृहद व सुधरा हुआ रूप प्रदेश में लागू किया गया और इससे अधिकांश शिक्षक खुश हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि लोकेशन ट्रेस न होने पर उस दिन का वेतन कटेगा। यदि इसे सख्ती से लागू कर दिया गया, तो अधिकांश शिक्षक ऐसे होंगे, जो आधे महीने की तनख्वाह लेकर ही घर जाएंगे।
एम-शिक्षा मित्र एप में है यह सब : एम-शिक्षा मित्र एप को सभी शिक्षक अपने एन्ड्रॉयड मोबाइल में डाउनलोड करेंगे। एप डाउनलोड होते ही उनकी लोकेशन ट्रेस करने वाले टॉवर काम करने लगेंगे। जैसे ही शिक्षक अपने स्कूल की लोकेशन में आएगा, उसकी उपस्थिति की ग्रीन लाइट जलने लगेगी। चूंकि इससे समय का भी पता चल सकेगा कि किस समय में शिक्षक अपने लोकेशन एरिया में पहुंचा। इसके अलावा हर दिन स्कूल में उपस्थित बच्चों की जानकारी सहित अन्य जानकारी भी देनी होंगी।
संयुक्त मोर्चा अध्यापक संघ के पदाधिकारी राजकुमार सरैया का कहना है कि हमारे सभी शिक्षक साथियों पर एन्ड्रायड मोबाइल नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई बार मोबाइल के टॉवर आदि नहीं आते या फिर किसी शिक्षक का मोबाइल कहीं गिर जाए या खो जाए तो फिर उसकी उपस्थिति कैसे मिल पाएगी। सरैया ने कहा कि केवल हम शिक्षकों की ही लोकेशन ट्रेस क्यों की जा रही है, क्या दूसरे शासकीय विभागों में सब कुछ ठीक चल रहा है?। एम शिक्षा मित्र एप के विरोध में रविवार को शिक्षकों ने डिप्टी कलेक्टर के निवास पर ज्ञापन सौंपा।
एम-शिक्षा मित्र एप शुरू किया जा रहा है और सोमवार से उसका प्रशिक्षण भी ब्लॉकवार शिक्षकों को दिया जाएगा। इसमें शिक्षकों की उपस्थिति से लेकर बच्चों की मौजूदगी के बारे में भी जानकारी ली जाएगी। मोबाइल मॉनीटरिंग का यह सुधरा हुआ रूप है, जिसके लागू होने से अधिकांश शिक्षक खुश हैं।
शिरोमणि दुबे, डीपीसी शिवपुरी

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