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अध्यापकों ने त्यागे केश

locationशिवपुरीPublished: Jan 17, 2018 11:35:06 pm

Submitted by:

shyamendra parihar

चार महिला अध्यापकों ने सांकेतिक रूप से कटाए केश, पांच पुरूष अध्यापकों ने कराया मुंडन

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शिवपुरी. शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे अध्यापकों ने भोपाल में शिल्पी शिवांग द्वारा केश त्यागने के बाद अपना आंदोलन और तेज कर दिया है। बुधवार को शिवपुरी में भी चार महिला अध्यापक मुंडन कराने के लिए डीईओ कार्यालय के बाहर पहुंच गईं, परंतु पुरुष अध्यापकों के समझाने के बाद उन्होंने सांकेतिक रूप से केश त्यागे, वहीं पुरुष अध्यापकों ने भी इस दौरान अपने केश त्यागे।
बुधवार को शिवपुरी में अध्यापकों ने केश त्यागने का कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें शासकीय अध्यापक संघ की प्रांतीय अध्यक्ष वंदना शर्मा, शासकीय अध्यापक संघ की जिलाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, अध्यापक संघ की संभागीय अध्यक्ष वीना गोलिया व आजाद अध्यापक संघ की जिलाध्यक्ष रिजवाना खान भी मुंडन कराने के लिए डीईओ कार्यालय के बाहर पहुंच गईं। महिला अध्यापकों की मुंडन कराने की मांग पर पुरुष अध्यापकों ने उन्हें समझाइश दी, जिस पर उन्होंने सांकेतिक रूप से अपने केशों का त्याग किया। इसके अलावा पुरूष अध्यापकों में मनमोहन जाटव, महेन्द्र नायक, भगवती प्रसाद कवीर, सतीश वर्मा, भानु प्रकाश कोली ने भी अपने केश त्यागे।
आज से शुरू होगा रात्रि धरना
अध्यापक नेता राजकुमार सरैया का कहना है कि हमारा यह आंदोलन शुरू हो गया है और अब गुरूवार से यहां पर सांकेतिक रूप से रात्रि कालीन धरना शुरू किया जाएगा। फिलहाल यह धरना अनिश्चितकालीन रहेगा और प्रदेश स्तर पर बनने वाली रणनीति के अनुरूप इसमें परिवर्तन भी किया जाएगा। आंदोलनरत अध्यापकों का कहना है कि इस दौरान वे घर-घर जाकर सरकार के खिलाफ माहौल तैयार करेंगे।
माता-पिता की मौत पर भी नहीं कराया मुंडन
आज जिन अध्यापकों ने मुंडन करवाया है उनमें शामिल मनमोहन जाटव एक ऐसे अध्यापक हैं जिन्होंने न तो अपने पिता की मृत्यु पर केश त्यागे थे और न ही दो माह पूर्व अपनी मां की मौत पर। मनमोहन के अनुसार इसके बावजूद आज वह अपना मुंडन इसलिए करवा रहा है क्योंकि हमारी महिला अध्यापकों को उसके राज में मुंडन कराने और केश त्यागने पर मजबूर होना पड़ रहा है जो खुद को उनका मामा व भाई बताता है। मामा के राज में अगर भांजियों और बहनों को अपने केश त्यागने पड़ें तो, इससे ज्यादा बुरा कुछ और नहीं हो सकता।
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