बिल के नाम पर अवैध वसूली मे जुटी बिजली कंपनी
बिल के नाम पर अवैध वसूली मे जुटी बिजली कंपनी
घरों पर दिए बिजली के बिल से 15-20 रुपए अधिक वसूल रहे राशि
चोरी रोकने में नाकाम, बिल देने वाले उपभोक्ताओं से कर रहे अवैध वसूली
शिवपुरी
Published: March 03, 2022 09:42:40 pm
बिल के नाम पर अवैध वसूली मे जुटी बिजली कंपनी
घरों पर दिए बिजली के बिल से 15-20 रुपए अधिक वसूल रहे राशि
चोरी रोकने में नाकाम, बिल देने वाले उपभोक्ताओं से कर रहे अवैध वसूली
शिवपुरी। शिवपुरी शहर सहित जिले में बिजली कंपनी की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही। पिछले दिनों जहां बिजली अधिकारियों की मारपीट से लेकर अवैध वसूली के फेर में एई का निलंबन हुआ, और अब हर माह बिल जमा करने वाले उपभौक्ताओं से प्रत्येक बिल पर 15 से 20 रुपए अधिक की अवैध वसूली होने लगी। बिजली चोरी रोकने में नाकाम बिजली कंपनी ने पहले तो नगरपालिका को दांव बनाने की कोशिश की, लेकिन जब वहां बात नहीं बनी तो अब बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं से अवैध वसूली शुरू कर दी। जब इस संबंध में महाप्रबंधक से पूछा तो उन्होंने भी तकनीकी अंतर बताकर न केवल अपना पल्ला झाड़ लिया, बल्कि उन्होंने घरों पर दिए जा रहे बिल को भी नकली बता दिया।
ऐसे समझें पूरा मामला
शहर के सिटी सेंटर कॉलोनी में रहने वाली पुष्पा के घर पर मीटर वाचक ने रीडिंग लेने के बाद 2341 रुपए का बिल दिया। बिल जमा करने की अंतिम तिथि 4 मार्च थी और पैनल्टी के साथ उक्त बिल की राशि 2370 रुपए जमा करनी थी। बीते 2 मार्चको जब बिल जमा करने कस्टम गेट स्थित काउंटर पर पहुंचे तो वहां बिल जमा करने वाले कर्मचारी ने कहा कि आपका वास्तविक बिल 236 6 रुपए है, यदि पूरा बिल जमा नहीं किया तो अगले महीने के बिल में 15 रुपए की बकाया राशि आएगी। अब सवाल यह है कि घर पर आया बिल जब 2341 रुपए है, तो फिर बिल जमा करने वाला कर्मचारी 236 6 रुपए का बिल क्यों बता रहा है?।
एक अन्य उपभोक्ता भी उलझते नजर आए
कस्टम गेट स्थित बिल काउंटर पर एक अन्य शहरवासी भी बिल जमा करने वाले कर्मचारी से उलझ रहे थे कि आखिर हमारे घर का वास्तविक बिजली बिल कितना है। क्योंकि जो बिल हमें घर पर दिया गया, हम तो उसे ही वास्तविक बिल मानकर राशि जमा करने आए हैं, लेकिन आप यहां पर उससे अधिक राशि का बिल होने की बात कह रहे हैं। तो फिर एक ही मीटर के एक माह के बिल की दो अलग-अलग राशि कैसे हो सकती हैं।
हर माह 30 लाख की अवैध वसूली
शिवपुरी शहर में जहां 41 हजार विद्युत उपभोक्ता हैं, वहीं जिले में यह आंकड़ा लगभग 2 लाख है। ऐसे में यदि प्रत्येक बिल पर 15 रुपए ही अतिरिक्त वसूले गए तो हर माह अवैध वसूली का यह आंकड़ा 30 लाख रुपए होता है। चूंकि बिजली कंपनी ने पिछले दिनों में बिजली चोरी रोकने की जो भी कवायद की, उसमें या तो जान बचाकर भागना पड़ा, या फिर आक्रोशित जनता के लट्ठ खाने पड़े। बिजली कंपनी ने नगरपालिका को दांव समझते हुए साढ़े 16 करोड़ का बोगस बिल दिया, जिसे नपा ने जमा नहीं किया, तो अब आम उपभोक्ता से इस तरह की अवैध वसूली करके बिजली चोरी का बैलेंस बनाया जा रहा है।
बोले महाप्रबंधक: घर पर अंदाजिया बिल दे रहे
मीटर वाचक जो स्पॉट पर बिल दे रहा है, वो अंदाजिया बिल है, जबकि हमारे ऑफिस से मिलने वाला बिल असली है। एक-दो दिन का अंतर बिल आने में होने की वजह से यह राशि का अंतर आ रहा है, जो राशि बिल जमा करने वाला बता रहा है, वो ही असली बिल की राशि है।
पीआर पाराशर, महाप्रबंधक बिजली कंपनी शिवपुरी

बिल के नाम पर अवैध वसूली मे जुटी बिजली कंपनी
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