जब तक फोरलेन और पुराना बायपास नहीं बना था तब तक शिवपुरी शहर के मध्य से ही आगरा-मुंबई हाइवे का ट्रैफिक गुजरता था। यह सडक़ एनएच-3 के पास थी, लेकिन बाद में जब एनएच-3 खत्म हो गया तो यह सडक़ एनएचएआइ के पास ट्रांसफर हो गई थी। चूंकि फोरलेन बायपास शहर के बाहर से बनाया गया है, इसलिए बाद में यह सडक़ पीडब्ल्यूडी को ट्रांसफर कर दी गई। यह सडक़ शहर के मध्य से गुजरी है, इसलिए इसे फोरलेन थीम रोड बनाकर शहर को नया लुक देने की कवायद शिवपुरी विधायक व केबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया कर रही हैं।
शहर के मध्य बनने वाली इस थीम रोड का भूमिपूजन 20 जनवरी 2019 को कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने किया था। भूमिपूजन के 9 माह बाद विधायक ने गैंती चलाकर सडक़ निर्माण की शुरुआत करवाई थी। उस समय तत्कालीन पीडब्ल्यूडी ईई ने यह दावा किया कि हम मई 2020 तक सडक़ कंपलीट कर देंगे। पहले शहर के मध्य 3 किमी सहित दोनों ओर ढाई किमी मिलाकर कुल साढ़े 5 किमी की फोरलेन तथा साढ़े 7 किमी की टू-लेन सडक़ बनाई जाना प्रस्तावित थी। तब इसकी लागत 45 करोड़ रुपए थी। लेकिन बाद में यह तय किया गया कि ग्वालियर-देवास फोरलेन बायपास तक इसे जोड़ा जाए। इसलिए एस्टीमेट रिवाइस करके 71 करोड़ का कर दिया गया तथा पूरी साढ़े 13 किमी की फोरलेन बन रही है।
शिवपुरी शहर के बीच से गुजरा हाइवे जब फोरलेन में तब्दील होगा तो शहरवासियों को न केवल चौड़ी सपाट सडक़ मिलेगी, बल्कि थीम रोड के बीच बनने वाली डिवाइडरों पर आकर्षक स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी। थीम रोड बनने के बाद शिवपुरी शहर भी महानगरों की तरह नजर आएगा। शहर के हृदय स्थल माधव चौक को पहले ही नए स्वरूप में बनाया जा चुका है, जिसमें आकर्षक लाइटिंग भी लगाई जा रही हैं।
शिवपुरी शहर के मध्य से गुजरे हाइवे की सडक़ को थीम रोड बनाने की जो डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की गई थी, उसमें रोड के बीच में आने वाले बड़े पुल और कमलागंज के पुल का चौड़ीकरण शामिल ही नहीं किया था। या फिर यह कहें कि जिम्मेदारों ने आंख मूंदकर ऐसी ड्राइंग बनाई थी कि इन पुलों को पूरी तरह नजरअंदाज ही कर दिया था। बिना पुलों का चौड़ीकरण शामिल किए थीम रोड पहले 45 करोड़ की थी, लेकिन बाद में इन पुलों का चौड़ीकरण शामिल करने के साथ ही जब फोरलेन की लंबाई बढ़ाई तो इस प्रोजेक्ट की लागत 71 करोड़ रुपए हो गई।