डॉक्टर से बोला मरीज : 2-5 लाख रुपए दिला दो प्राइवेट इलाज करा लूंगा
शिवपुरीPublished: Feb 01, 2018 11:35:31 pm
सरकार ने दिए 1 हजार, आदिवासियों की बढ़ी उम्मीद, इलाज की जगह मांग रहे नकद
शिवपुरी. कोलारस क्षेत्र के ग्राम बूढ़ा डोंगर में रहने वाला आदिवासी गुरुवार को पर्चा लेकर जिला अस्पताल में इलाज कराने आया। डॉक्टर ने जब उसे पर्चे पर दवाएं लिखकर दीं तो वह कहने लगा कि मुझे तो 2 से 5 लाख रुपए नकद दिलवा दो, मैं प्राइवेट में अपना इलाज करवा लूंगा। इस तरह के आदिवासी मरीज आए दिन जिला अस्पताल में आ रहे हैं, जिन्हें सिविल सर्जन समझाइश देकर रवाना कर रहे हैं। यह सब इसलिए भी हो रहा है, क्योंकि कोलारस उपचुनाव के चलते अभी हाल ही में आदिवासियों को 1 हजार रुपए देने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की है, जिसके चलते उनकी उम्मीद और भी अधिक बढ़ गई। यही वजह है कि वे इलाज के बदले नकद राशि मांग रहे हैं।
बदरवास के ग्राम बूढ़ाडोंगर में रहने वाला पप्पू पुत्र ललन आदिवासी गुरुवार को एक पर्चा लेकर जिला अस्पताल में आया। यह पर्चा ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर बदरवास के लैटरहेड पर लिखा हुआ है, जिसमें उसे राज्य बीमारी सहायता योजना के तहत उपचार कराए जाने के लिए सिविल सर्जन जिला अस्पताल के लिए लिखा गया है। पप्पू ने जब वो पर्चा जिला अस्पताल के काउंटर पर दिखाया तो उसका नि:शुल्क पर्चा बनाकर दे दिया, तो उस पर डॉक्टर ने दवाएं लिख दीं। इस प्रक्रिया को देखकर पप्पू ने डॉक्टर से कहा कि मुझे तो नकद पैसा दिलवा दो, मैं अपना इलाज प्राइवेट में करवा लूंगा। जब पप्पू से पूछा तो उसने कहा कि मेरा बीपी बढ़ जाता है, बेहोशी भी आ जाती है। जब उससे पूछा कि सरकार तो आपका इलाज करवाने को तैयार है, तो उसने कहा कि मैं तो अपना इलाज खुद ही प्राइवेट अस्पताल में करवा लूंगा, मुझे तो 2-5 लाख रुपए नगद दिलवा दो।
इसलिए अस्पताल पहुंच रहे आदिवासी
मुख्यमंत्री सहित कैबिनेट के मंत्री कोलारस विधानसभा क्षेत्र में न केवल दौरे कर रहे हैं, बल्कि कई दिनों से डेरा डाले हुए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने तो यह दावा किया था कि वे कोलारस विधानसभा क्षेत्र की सभी आदिवासी बस्तियों में घूम चुके हैं। उपचुनाव में आदिवासियों का वोट हासिल करने के लिए उनकी हर मांग पर सरकार के मंत्री सहमति में ही सिर हिला रहे हैं। जहां आदिवासी बीमार मिले, वहां पर नेताओं ने कह दिया कि आपके इलाज में जितने भी लाख रुपए खर्च होंगे, वो पैसा सरकार देगी। मंत्रियों की इस बात को आदिवासी यह मान बैठे कि इलाज के नाम पर उन्हें लाखों रुपए की राशि मिल सकती है। इसी उम्मीद में वे पर्चे लेकर जिला अस्पताल आ रहे हैं।
आए दिन आ रहे ऐसे पर्चे
&कोलारस विधानसभा क्षेत्र के कई आदिवासी इन दिनों पर्चे लेकर आ रहे हैं और वे यह मान रहे हैं कि शायद इलाज के लिए उन्हें नकद पैसा मिलेगा। लेकिन हम उन्हें यह समझाईश दे रहे हैं कि वे बीमारी का एस्टीमेट बनवाकर लाएं, तो हम उसे सीएमएचओ कार्यालय में फारवर्ड कर देंगे।
डॉ. गोविंद सिंह, सिविल सर्जन जिला अस्पताल