संवाद में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने कहा कि हमें पिछले तीन-चार महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। मंत्री ने कहा कि जब तक आपको वेतन नहीं मिलेगा, तब तक डीपीओ (डिस्ट्रिक प्रोग्राम ऑफिसर) को भी तनख्वाह नहीं मिलेगी। साथ ही मंत्री ने कहा कि समूहों द्वारा भोजन व नाश्ता ठीक ढंग से न दिए जाने की वजह से अब कार्यकर्ता व सहायिका उसे बनाएंगी। इस कार्यक्रम में पहले प्रियदर्शनी राजे सिंधिया आईं और फिर उसके बाद सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पहुंचे। सुबह 11 बजे से बुलाईं गईं जिले भर की कार्यकर्ताव सहायिकाओं को पूरे दिन भूखे-प्यासे रहने के बाद शाम 5 बजे जब खाने के पैकेट दिए तो उन्हें लेने के लिए लूटमार सी मच गई।
यह भी कीं शिकायतें
एक कार्यकर्ता ने कहा कि हम सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक केंद्र पर रहते हैं, वेतन समय पर नहीं मिल रहा। ऐसे में हम दूसरों का कुपोषण दूर कर रहे हैं, लेकिन हमारे परिजन कुपोषित होते जा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि काम तो करना पड़ेगा।
एक कार्यकर्ता ने कहा कि जो मोबाइल दिए गए थे, उनमें से अधिकांश खराब हो गए। मंत्री ने कहा कि मोबाइलों को दुरुस्त कराया जाएगा तथा जो पूरी तरह से खराब हो गए, उन्हें बदला जाएगा। मोबाइल मेंटीनेंस की राशि भी दी जाएगी।
महिला बाल विकास मंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकार खजाना खाली कर गई, इसलिए कार्यकर्ता व सहायिका को वेतन नहीं मिल पा रहा, हम खजाना भरने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब मीटिंग में जाने पर टीए व डीए भी दिया जाएगा। संवाद के दौरान कई बार मंत्री देहाती लहजे में बात कर गईं। इसी बीच मंत्री ने कहा कि हमें कुपोषित खत्म करना है, जबकि उन्हें यह कहना था कि हमें कुपोषण खत्म करना है।
– जब कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने अपने काम की अधिकता बताते हुए कहा कि हम सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक केंद्र पर रहते हैं, सभी काम भी हम ही करते हैं। यह सुनकर महिला बाल विकास विभाग मंत्री इमरती देवी ने कहा कि हमें पता है कि केंद्रों पर क्या हो रहा है, कितने समय तक खुलते हैं और कई जगह केंद्रों में भूसा व चना भरा हुआ है।
– एक कार्यकर्ता ने कहा कि हमें सभी तरह के काम में लगा दिया जाता है, तो मंत्री ने कहा कि हमने स्पष्ट कर दिया है कि केवल चुनाव को छोडक़र कोई दूसरा काम कार्यकर्ता व सहायिका से न करवाया जाए। हम यह भी प्रयास कर रहे हैं कि चुनाव में भी उनकी ड्यूटी न लगाई जाए। मंत्री ने कहा कि हमारी कार्यकर्ताव सहायिका को भीड़ बढ़ाने के लिए इस्तेमाल कतईन किया जाए। यानि मंत्री ने माना कि सरकारी कार्यक्रमों में कार्यकर्ताव सहायिका को भीड़ बढ़ाने के लिए लाया जाता है।