पूरे मप्र में जारी किया गया पत्र
विभाग के अधिकारियों की मानें तो उक्त पत्र किसी शरारती तत्व ने फर्जी हस्ताक्षर के साथ जारी किया था, जिसके कारण पंचायतों में भ्रम की स्थिति निर्मित हो गई थी। यह पत्र सिर्फ किसी एक जनपद अथवा जिले में नहीं, बल्कि पूरे मप्र में जारी किया गया था। इस कारण लोगों को परेशानी हुई है। यहां उल्लेख करना होगा कि इससे पूर्व भी हाई व हायर सेकेण्डरी की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर भी भोपाल के अधिकारियों के हस्ताक्षर से फर्जी पत्र जारी किए जा चुके हैं।
पंच सरपंचों को मिली बधाईयां
जब इस पूरे मामले को लेकर जिले भर की विभिन्न पंचायतों के पंच-सरपंचों से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि यह पत्र आज सुबह ही ग्रुपों पर देखा गया है। पत्र देखने के बाद न जाने कितने लोगों ने फोन लगाकर व प्रत्यक्ष रूप से आकर हमें बधाईयां दीं। हमने जब इस पत्र की सच्चाई को पता किया, तो पहले तो अधिकारी ही कुछ नहीं बता पाए, लेकिन बाद में उन्होंने बताया कि ऐसा कोई पत्र भोपाल से जारी नहीं किया गया है।