scriptराजस्थान से अपहृत युवक का बदरवास के कुम्हरौआ के जंगलों में मिला कंकाल | The young man's dead body found in forest | Patrika News

राजस्थान से अपहृत युवक का बदरवास के कुम्हरौआ के जंगलों में मिला कंकाल

locationशिवपुरीPublished: Nov 29, 2016 10:58:00 pm

Submitted by:

Gaurav Sen

पांच माह पूर्व अपहरण कर हत्या के बाद जमीन में दफन कर दी थी लाश 

shivpuri

shivpuri


शिवपुरी.
जिले के बदरवास थाना क्षेत्र के ग्राम कुम्हरौआ के पास जंगल में मंगलवार की सुबह कस्बा थाना बारां राजस्थान की पुलिस टीम के साथ पहुंची। यहां पर पुलिस एक आरोपी को भी साथ में लेकर आई और जब जमीन को खोदा तो उसके अंदर से एक कंकाल मिला। यह कंकाल राजस्थान के एक युवक का बताया जा रहा है, जिसका पांच माह पूर्व अपहरण किया गया था। इस मामले में बदरवास के ग्राम गढ़ के पूर्व सरपंच की भी संदिग्ध भूमिका बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मनोज (27) पुत्र केशवराव शिंदे निवासी ग्राम बामन थाना कस्बा जिला बारां राजस्थान, का पांच माह पूर्व अपहरण हुआ था। कस्बा थाना पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान एक आरोपी सुबरन सिंह यादव निवासी गाम सिरसी जिला गुना को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि जिस युवक का अपहरण किया था, उसकी पहले दो गोली मारकर हत्या कर दी और उसके बाद बदरवास में कुम्हरौआ के जंगल में नाले के पास गड्ढा खोदकर दफन कर दिया। पुलिस ने आरोपी को साथ में लेकर जब उस नाले के पास खुदाई की तो एक मानव कंकाल जमीन में दफन मिला। पुलिस ने कंकाल की सभी हड्डियों को इकट्ठा करके उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया।
कस्बा थाना थाने के एसएचओ रतन सिंह भाटी ने बताया कि बीते 2 मई को मनोज शिंदे का अपहरण कर लिया गया था। मनोज के पिता केशवराव शिंदे पूर्व सरपंच हैं और मनोज की पत्नी भी उपसरपंच हैं। मनोज का अपहरण करने के बाद आरोपी उसे शिवपुरी में बदरवास के धुआं के जंगल में नाले के पास ले जाकर उसकी गोली मारकर पहले हत्या कर दी और फिर गड्ढा खोदकर उसे दफना दिया था। भाटी ने कहा कि हमने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशानदेही पर ही जमीन के अंदर से कंकाल बरामद किया है।
बदरवास जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत गढ़ के पूर्व सरपंच खेरू धाकड़ ने मनोज के अपहरण के बाद उसके परिजनों से फिरौती के एवज में ढाई लाख रुपए वसूल लिए थे। चूंकि मनोज का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी, इसलिए खेरू धाकड़ ने उसकी फिरौती की राशि को खुर्द-बुर्द कर दिया था। अपहृत के पिता ने जब कस्बा थाने में खेरू धाकड़ के खिलाफ रिपोर्ट की थी। तो चार माह पूर्व कस्बा थाना की पुलिस खेरू को अपने साथ ले गई थी और फिरौती की रकम वापस करवाई थी। अब कंकाल बरामद होने के बाद पुलिस ने पूर्व सरपंच खेरू धाकड़ को भी इस मामले में आरोपी बनाया है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो