सुबह जब जैन मंदिर में हुई चोरी के विरोध में जैन समाज के लोग एकत्रित हुए तो मौके पर बदरवास टीआई दीनबंधु तोमर, एसडीओपी कोलारस अमरनाथ वर्मा, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट अजय चौधरी व एफएसएल अधिकारी एचएस बरहेदिया सहित स्निफर डॉग भी वहां पहुंचा। लेकिन चोरों का कोईसुराग नहीं लग सका। जांच के दौरान चोरों की उंगलियों के निशान कहीं भी नहीं मिले। ऐसा माना जा रहा है कि चोर प्रोफेशनल थे और वे दस्ताने पहनकर चोरी करने आए थे।
जैन मंदिर के पास रहने वाले जयसिंह धाकड़ की रात 3.25 बजे नींद खुली तो उन्हें मंदिर के पास एक चोर खड़ा नजर आया। उन्होंनेे जब उससे पूछताछ की तो वह पत्थर लेकर उन्हें मारने दौड़ा तो जयसिंह घर में घुस गए और डायल-100 पर कॉल किया। बकौल जयसिंह, डायल-100 सुबह 4.15 बजे वहां आई और बिना मंदिर तक जाए चली गई। यदि पुलिस समय पर आ जाती तो शायद चोर पकड़े जा सकते थे।
मंदिर के अलावा एक अन्य घर से चोरी गए मोबाइल को जब पुलिस ने ट्रेसिंग पर डाला तो उसकी लोकेशन मोहना पर मिली थी। जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि चोर वारदात को अंजाम देने के बाद ग्वालियर की तरफ रवाना हो गए। चोरों की संख्या सात के लगभग बताई जा रही है।
ट्रेस नहीं कर सकी पुलिस मंदिर की चोरियां
बदरवास में चार साल पूर्व नवीन जैन मंदिर से भी चोरी हो चुकी है, जिसका अभीतक खुलासा नहीं होसका है। वहीं लगभग तीन माह पूर्व खनियांधाना के मंदिर से चोरी गए 15 करोड़ के कलश का भी अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका। इस घटना के बाद मौके पर एसपी व आईजी तक मौके पर पहुंचे और चोरों का पता लगाने के पुलिस को निर्देश दिए, लेकिन नतीजा सिफर रहा। इसके अलावा भौंती के जैन मंदिर से चोरी गईं मूर्तियोंं का भी पुलिस अभी तक कुछ पता नहीं लगा सकी। चोरों द्वारा धार्मिक स्थलों को निशाना बनाए जाने एवं मामला ट्रेस न होने से समाज के लोगों में भी नाराजगी बढ़ती जा रही है।
बदरवास में चार साल पूर्व नवीन जैन मंदिर से भी चोरी हो चुकी है, जिसका अभीतक खुलासा नहीं होसका है। वहीं लगभग तीन माह पूर्व खनियांधाना के मंदिर से चोरी गए 15 करोड़ के कलश का भी अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका। इस घटना के बाद मौके पर एसपी व आईजी तक मौके पर पहुंचे और चोरों का पता लगाने के पुलिस को निर्देश दिए, लेकिन नतीजा सिफर रहा। इसके अलावा भौंती के जैन मंदिर से चोरी गईं मूर्तियोंं का भी पुलिस अभी तक कुछ पता नहीं लगा सकी। चोरों द्वारा धार्मिक स्थलों को निशाना बनाए जाने एवं मामला ट्रेस न होने से समाज के लोगों में भी नाराजगी बढ़ती जा रही है।
राजेश हिंगणकर, एसपी शिवपुरी