डैम में वेल्डिंग का काम करते थे युवक
उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को ग्लेशियर के पिघलकर नदी में गिरने से आए पानी के तेज बहाव में वहां काम कर रहे मजदूर व अन्य लोग बह गए। यहां डैम का निर्माण किया जा रहा था। डैम बनाने का कार्य कर रही कंपनी में शिवपुरी के चार युवक भी दो माह पूर्व कार्य करने गए थे। इसमें सतनवाड़ा थानांतर्गत ग्राम धमकन निवासी भानुप्रताप सिंह सिकरवार व उसका चचेरा भाई गजेंद्र सिंह पवैया, नरवर के वार्ड नंबर 13 निवासी राकेश पुत्र स्व. मेहताब लोधी व सोनू पुत्र सिकंदर लोधी भी वहां वेल्डिंग का कार्य कर रहे थे।
थाने में दिया आवेदन
ग्राम धमकन में रहने वाले भानुप्रताप सिंह सिकरवार व उसके चचेरे भाई गजेंद्र सिंह पवैया के रिश्तेदार महेंद्र सिंह राजपूत ने सोमवार को सतनवाड़ा थाने में आवेदन दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ऋ षि पावर प्लांट चमोली, उत्तराखंड में ओम मेंटल कंपनी में दोनों काम करते हैं। जब हमें टीवी पर न्यूज में वहां हुए हादसे का पता चला तो हमें अपने बच्चों की चिंता हो रही है, आप उनका पता लगाने की कृपा करें।
क्षेत्र के लोग चिंतित, प्रार्थना का दौर शुरू
चमोली उत्तराखंड में काम करने गए चारों युवकों के परिजनों को इस हादसे की जानकारी जब लगी तो वह सदमे में आ गए। सोमवार की सुबह ही परिजन के अन्य सदस्य चमोली उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए। घटना की खबर से आसपास के ग्रामीण भी चिंतित हैं। पड़ोसियों ने उनकी सलामती के लिए प्रार्थना शुरू कर दी है।
परिजन रवाना हो गए हैं : एसपी
शिवपुरी एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि चमोली उत्तराखंड में जिस जगह हादसा हुआ है, वहां काम करने वालों में शिवपुरी के भी कुछ युवक हैं, यह जानकारी हमें लगी है। उनके परिजन वहां रवाना हो गए हैं तथा उनसे हमारा संपर्क बना हुआ है। वहां वह पता लगा रहे हैं कि उनके परिजन किस स्थिति में हैं।