ऐसे समझें 18 प्लस वालों के वैक्सीनेशन
18 प्लस वालों को लगाई जा रही वैक्सीन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। वैक्सीन मिलने में देरी के चलते वैक्सीनेशन 1 मई की जगह 5 मई से शुरू हुआ था। पहली खेप में 2 हजार कोवैक्सीन व 1300 कोवीसील्ड मिली थीं। अभी तक हुए वैक्सीनेशन में अब सोमवार यानि 17 मई को होने वाले टीकाकरण में बचे हुए डोज खत्म हो जाएंगे। यानि अब शोष बचे 18 प्लस वालों को वैक्सीन के आने का इंतजार करना पड़ेगा। चूंकि इस उम्र के लोगों को अभी तक हुए वैक्सीनेशन में कोवैक्सीन 2 हजार लोगों को लगी है, जबकि कोवीसील्ड 1300 लोगों को लगी है। कोवैक्सीन वालों को 4 से 6 सप्ताह में दूसरा डोज लगना है, लेकिन कोवैक्सीन फिलहाल मिल नहीं रही है।
18 प्लस वालों को लगाई जा रही वैक्सीन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। वैक्सीन मिलने में देरी के चलते वैक्सीनेशन 1 मई की जगह 5 मई से शुरू हुआ था। पहली खेप में 2 हजार कोवैक्सीन व 1300 कोवीसील्ड मिली थीं। अभी तक हुए वैक्सीनेशन में अब सोमवार यानि 17 मई को होने वाले टीकाकरण में बचे हुए डोज खत्म हो जाएंगे। यानि अब शोष बचे 18 प्लस वालों को वैक्सीन के आने का इंतजार करना पड़ेगा। चूंकि इस उम्र के लोगों को अभी तक हुए वैक्सीनेशन में कोवैक्सीन 2 हजार लोगों को लगी है, जबकि कोवीसील्ड 1300 लोगों को लगी है। कोवैक्सीन वालों को 4 से 6 सप्ताह में दूसरा डोज लगना है, लेकिन कोवैक्सीन फिलहाल मिल नहीं रही है।
45 प्लस का ऐसे उलझ रहा वैक्सीनेशन
45 प्लस की उम्र वालों को लगने वाली वैक्सीन केंद्र सरकार उपलब्ध करवा रही है। कोवैक्सीन के पहले व दूसरे चरण के 12 हजार लोगों को डोज लग चुके हैं। जबकि इनमें 7 हजाार ऐसे लोग हैं, जिन्हे कोवैक्सीन का पहला डोज लग चुका है, जबकि जिले में अब कोवैक्सीन के महज 1230 डोज ही शेष रह गए हैं। ऐसे में शेष बचे 5970 लोगों को कोवैक्सीन के दूसरे डोज के लिए इंतजार करना पड़ेगा। क्योकि कोवैक्सीन न तो 18 प्लस वालों के लिए मिल पा रही और न 45 से अधिक वालों के लिए उपलब्ध है। जबकि कोवीसील्ड का पहला डोज लगवा चुके लोगों को दूसरे डोज की अधिक मारामारी नहीं रहेगी, क्योंकि उसके दूसरे डोज के लिए समयावधि को बढ़ाकर 12 से 16 सप्ताह कर दी है।
18 प्लस की आ रही वैक्सीन रविवार की देर शाम तक 18 प्लस वालों के लिए कोवीसील्ड के 6300 डोज आ जाएंगे। उसके बाद शासन के निर्देशानुसार ब्लॉक स्तर पर भी वैक्सीन लगवाई जा सकती है। कोवैक्सीन के 1230 डोज बचे हैं तथा यह केंद्र सरकार भेजती है, तो उनका अलॉटमेंट भी जल्द आ जाएगा।
डॉ. संजय ऋषिश्वर, जिला टीकाकरण अधिकारी
डॉ. संजय ऋषिश्वर, जिला टीकाकरण अधिकारी