ज्ञात रहे कि विकास दुबे की गिरफ्तारी उज्जैन में होने के बाद यूपी एसटीएफ भी उज्जैन पहुंच गई थी। देर शाम एसटीएफ विकास को साथ लेकर चार वाहनों के काफिले के साथ उत्तरप्रदेश के लिए रवाना हुई। विकास को लेकर आ रही एसटीएफ गुना तक तो उन्हीं वाहनों में लेकर आई, जिसमें उज्जैन से लेकर चली थी, लेकिन गुना निकलने के बाद वाहन बदल दिए गए। रात 10 बजे शिवपुरी पुलिस अलर्ट होकर न केवल रोड पर पेट्रोलिंग कर रही थी, बल्कि अन्य दूसरे वाहनों को सडक़ पर रुकने भी नही दे रही थी। मीडिया भी पूरनखेड़ी टोल नाके पर पहुंची तो वहां पर भी पुलिस ने उनके वाहनों को न केवल चेक किया, बल्कि उन पर नजर बनाए रहे।
बदरवास, कोलारस व लुकवासा पुलिस रोड पेट्रोलिंग करके विकास दुबे को लेकर आ रहे वाहनों के काफिले के लिए रोड क्लीयर करती रही। रात डेढ़ बजे पूरनखेड़ी टोल नाके से निकलने के बाद यह काफिला कोटा-झांसी फोरलेन से सुरवाया, अमोला, करैरा व दिनारा होते हुए यूपी की सीमा में प्रवेश कर गया। रात भर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों की सुबह नींद भी नहीं खुली थी कि उन्हें पता चला कि विकास का एनकाउंटर हो गया।