जानकारी के अनुसार गुना निवासी राजाराम पुत्र फेरन सिंह यादव का जिला सहकारी बैंक की झांसी तिराहा शाखा में खाता है। करीब पांच माह पहले राजाराम की मौत हो गई। इसके बाद शेख मोहम्मद (19) पुत्र शेख अनवर अहमद निवासी नीलगर चौराहा पुरानी शिवपुरी राजाराम की पासबुक और डेथ सर्टिफिकेट लेकर बैंक पहुंचा। युवक ने बैंक प्रबंधन को बताया कि वह राजाराम यादव का बेटा अनिल है और उनके खाते में जमा राशि का आहरण करना चाहता है।
इसके बाद युवक ने अनिल बनकर एक बार खाते से ५ हजार और दूसरी बार 10 हजार रुपए का आहरण कर लिया। इसके कुछ दिन बाद राजाराम का बेटा अनिल बैंक पहुंचा और अपने पिता के खाते से आहरण की बात बैंक प्रबंधन से कही। बैंक प्रबंधन ने अनिल को फर्जी युवक समझा, परंतु बाद में उसने कुछ साक्ष्य दर्शाकर खुद को राजाराम का असली बेटा साबित कर दिया। मंगलवार को शेख मोहम्मद फिर से पास बुक लेकर पैसे आहरण करने बैंक पहुंचा तो कैशियर कमल चिराड़ उसे पहचान लिया। कैशियर ने इस युवक को बैठने को कहा और बैंक का गेट बंद करवा कर पुलिस को फोन लगा दिया। यह देख शेख मोहम्मद बैंक के गेट का कांच तोड़ कर भागने का प्रयास किया परंतु बैंक कर्मियों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने जब युवक से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसे यह पासबुक और डेथ सर्टिफिकेट खेड़ापति मंदिर के पुजारी लक्ष्मण त्यागी के बेटे मोहित(20)ने दी थी। उसी ने खाते से पैसे निकालने का प्लान बनाया था।
बैंक प्रबंधन की शिकायत पर हम प्रथम दृष्टया दोनों युवकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर रहे हैं। यह भी पता लगा रहे हैं कि इसमें और कौन कौन शामिल हैं, पासबुक व डेथ सर्टिफिकेट उनके पास कैसे पहुंचे। अगर और कोई भी इसमें शामिल होगा तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
सतीश सिंह चौहान, टीआई देहात
सतीश सिंह चौहान, टीआई देहात