पांच दिन से नहीं आई बिजली तो महिलाओं ने लगाया बिजली घर पर ताला
शिवपुरीPublished: Dec 23, 2017 04:41:17 pm
शहर के झींगूरा क्षेत्र की दो दर्जन महिलाओं ने कार्यालय का घेराव किया
शिवपुरी. शहर के कस्टम गेट स्थित बिजली कंपनी के कार्यालय पर शुक्रवार की शाम शहर के झींगूरा क्षेत्र की दो दर्जन महिलाओं ने कार्यालय का घेराव किया। महिलाओं ने कार्यालय के गेट को बाहर से बंद करके कर्मचारियों को अंदर बंद कर दिया। महिलाओं का कहना था कि पिछले ५ दिन से उनके क्षेत्र में लाइट न आने से हम परेशान हंैं। हालांकि बाद में कुछ देर हंगामा कर महिलाएं वहां से चली गईं।
झींगूरा निवासी मुस्तरी, हलीमा, अफसाना, समीर खान आदि ने बताया कि पिछले ५ दिन से शहर के फिजिकल स्थित झींगूरा में नूरानी मस्जिद के क्षेत्र में डीपी खराब होने से लाइट नहीं आ रही। बड़ी मुश्किल से जब बीते रोज बिजली कार्यालय में शिकायत की तो कंपनी ने डीपी बदली, लेकिन लाइट चालू करते ही वह डीपी भी खराब निकली और बिजली नहीं आई। महिलाओं का कहना था कि हर महीने बिल मनमानी से पूरा ले रहे है, इसके बाद भी समय पर बिजली नहीं मिल रही। ऐसे में वह काफी परेशान है, क्योकि इस समय बच्चों की पढ़ाईका समय चल रहा है और बच्चें लाइट न होने से रात के समय में पढ़ भी नही पा रहे। इसी समस्या के चलते महिलाओं ने अपने कुछ बच्चों के साथ कस्टम गेट स्थित कंपनी के कार्यालय पर प्रदर्शन व तालाबंदी कर अपनी बिजली बहाल करने की मांग रखी। हालांकि कार्यालय पर कोई जिम्मेदार अधिकारी के न होने से कुछ देर प्रदर्शन करने के बाद महिलाएं वहां से चली गई।
खेलों में बच्चों ने दिखाया हुनर
शिवपुरी . शहर के किड्स गार्डन स्कूल में शुक्रवार से स्पोट्र्स वीक की शुरूआत हो चुकी है। शुक्रवार को खो-खो, टीटी व बोरी रेस, सिम्पल रेस १०० मीटर आदि खेलों का आयोजन किया गया। अंत में विजेता व उपविजेता खिलाडिय़ों को विद्यालय संचालक शिवकुमार गौतम व प्राचार्य रूपाली गौतम ने पुरस्कृत किया।
स्कूल संचालक गौतम ने बताया कि स्कूल में शुक्रवार से सात दिन ३० दिसंबर तक स्पोट्र्स वीक का आयोजन किया जा रहा है। पहले दिन टेबिल टेनिस के मैच में जूनियर बालक में भूनेन्द्र गोलिया विजेता, धू्रव गोयनका उपविजेता रहा। बालिका वर्ग में तनिष्का तोमर विजेता, वानी वैश्य उपविजेता, सीनियर बालक वर्ग में हर्षित अग्रवाल, उपविजेता शिवांजय भदौरिया, बालिका वर्गमें प्रिंसी शर्मा विजेता, सपना उपविजेता रही। इसी तरह से खो-खो में भी कई बच्चों ने बाजी मारी।