‘डंडा बैंक’ की प्रताडऩा से परेशान युवक ने खाया जहर
शिवपुरीPublished: Jan 31, 2018 10:52:38 pm
सरकारी शिक्षक से लिया था डेढ़ लाख का कर्जा, ब्याज न देने पर लगा दी एक लाख की पेनाल्टी, पुलिस ने बरामद किया सुसाइड नोट
शिवपुरी. शहर के एक युवक ने मंगलवार की शाम एक डंडा बैंक चलाने वाले (सूदखोर) शासकीय शिक्षक की प्रताडऩा से तंग आकर जहरीला पदार्थ गटक लिया। गंभीर हालत में युवक को ग्वालियर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। युवक ने शिक्षक से ब्याज पर कर्जा लिया था और किश्त समय पर न देने के चलते शिक्षक आए दिन उसे प्रताडि़त कर रहा था। युवक ने जहर खाने से पूर्व एक सुसाइट नोट छोड़ा जिसमें उसने शिक्षक को जिम्मेदार बताया है। पुलिस का कहना है कि मामले में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक झांसी तिराहा स्थित तारकेश्वरी कॉलोनी निवासी मयंक शर्मा ने कुछ माह पूर्व एक शासकीय शिक्षक मनोज शर्मा से डेढ़ लाख रुपए १० प्रतिशत ब्याज पर उधार लिए थे। इसके बदले मंयक ने बैंक चेक भी दिया था और वह हर महीने १५ हजार रुपए ब्याज देता था। किन्हीं कारणों से दो माह तक मयंक ब्याज के पैसे मनोज को नहीं दे पाया, जिस पर से मनोज ने मयंक पर एक लाख रुपए की पैनाल्टी लगा दी। यह पैसे भी मयंक ने इधर-उधर से व्यवस्था कर उसे दे दिए। लेकिन इसके बाद मनोज और पैसे देने के लिए मनोज पर दबाव बनाने लगा। जिससे परेशान होकर मयंक ने मंगलवार की शाम जहरीला पदार्थ निगल लिया और उसका ग्वालियर में इलाज जारी है।
पुलिस ने मयंक से एक सुसाइट नोट भी बरामद किया है, जिसमें मयंक ने शिक्षक मनोज शर्मा को अपनी मौत का जिम्मेदार बताते हुए कर्जा लेने की पूरी कहानी बताई है। इधर टीआई देहात सतीश सिंह चौहान का कहना है कि वह मामले में जांच के बाद कार्रवाई करेगें। यहां बता दें कि एक माह में यह चौथा प्रकरण है जिसमें डंडा बैंक से परेशान होकर लोगों ने खुदकुशी का प्रयास किया है या फिर खुदकुशी कर ली है। हालांकि मामले का एक और पहलू यह है कि मोटे ब्याज पर पैसा लेने वाले अधिकतर लोगों को इन डंडा बैंक संचालको की सभी शर्तो ंका पहले से ही पता होता है, लेकिन अपनी गलत आदतों को पूरा करने के लिए कर्जा लेने में यह लोग संकोच नहीं करते।