मेले की सुरक्षा की दृष्टि से यहां कई मजिस्ट्रेट की भी तैनात की जाती है और साथ ही काफी संख्या में पुलिस फ़ोर्स की भी तैनाती की जाती है। इन्ही सब के नाक के नीचे मेले में आस्था के नाम पर खिलवाड़ भी हर साल किया जाता है। मेले में दो से तीन स्थानों पर डांस पार्टियों द्वारा बार बालाओं के अश्लील डांस परोसे जाते हैं। मेले में महिलाएं और बच्चे भी काफी संख्या में मौजूद रहते हैं। इसके बावजूद भी मेले में अश्लील डांस पूरी रात चलता रहता है।
ये बार बालाओं के ठुमके पुलिस और जिम्मेदार अधिकारियों की जानकारी में उनके नाक के नीचे होता है। और इस साल नहीं हर साल आस्था के नाम पर खिलवाड़ कर ये अश्लील डांस परोसे जाते हैं मगर इसके बावजूद भी प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता है। सिर्फ बस सिर्फ आश्वासन देकर मेले को निपटा देते हैं। यही नहीं मेले में चल रहे इस अश्लील डांस में कम उम्र के बच्चे भी बार बालाओं पर जमकर नोट लुटाते नजर आते हैं। मेले से पहले डीएम और एसपी द्वारा मेले में तैनात सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक भी की गई। कड़े लहजे में दिशा निर्देश भी दिए। मगर वो सारे दिशा निर्देश इन अश्लील डांस करती बार बालाओं के आगे सब धरे के धरे रह गए। और मेले में आस्था के नाम पर जम कर अश्लीलता परोसी जा रही है।
मेले में मेला प्रभारी बनाये गए अधिकारी लगातार निरीक्षण भी कर रहे हैं, एसडीएम साहब लगातार मेले पर अपनी नजर भी बनाये हुए हैं, मेले में एक अस्थायी पुलिस थाना भी मौजूद है इसके बाद भी अश्लीलता जमकर परोसी जा रही है। मेले में ये अश्लीलता भरा डांस जिम्मेदारों की व्यवस्था पर एक सवालिया निशान खड़ा कर रहा है।