मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि प्रदेश की बेसिक शिक्षा परिषद के सभी स्कूलों के आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री-प्राइमरी स्कूल के रूप में तब्दील किया जाएगा। इन प्री-प्राइमरी स्कूलों में 3 साल के बच्चों को पहली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश में यह व्यवस्था अगले सत्र से शुरू हो जाएगी। अभी प्राइमरी स्कूलों में पांच साल के बच्चों को ही पहली कक्षा में प्रवेश दिया जा रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि योजना के अंतर्गत बालिकाओं के जन्म के समय 2000 रुपए, एक वर्ष के टीकाकरण पूर्ण करने पर 1000 रुपए, कक्षा-1 में प्रवेश के समय 2000 रुपए, कक्षा-6 में प्रवेश के समय 2000 रुपए, कक्षा-9 में प्रवेश के समय 3000 रुपए और दसवीं व बारहवीं परीक्षा उत्तीर्ण कर डिग्री या दो वर्षीय या अधिक के डिप्लोमा कोर्स के प्रवेश लेने पर 5000 रुपए एकमुश्त प्रदान किए जाने की व्यवस्था है।
उन्होंने कहा कि योजना के अन्तर्गत ऐसे लाभार्थी पात्र होंगे जिनका परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी हो, जिनकी पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम 3 लाख रुपए तथा जिनके परिवार में अधिकतम दो बच्चे हों। किसी परिवार की अधिकतम दो बच्चियों को योजना का लाभ प्राप्त हो सकता है।