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बेटियों के लिए वरदान है यह योजना, लेकिन पहले जान लें इसके नियम, इतने बच्चे होने पर नहीं मिलेगा लाभ

locationश्रावस्तीPublished: Oct 25, 2019 04:59:54 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

– कन्या सुमंगला योजना का शुभारंभ
– योजना का लाभ लेने के लिए बने कुछ नियम

बेटियों के लिए वरदान है यह योजना, लेकिन पहले जान लें इसके नियम, इतने बच्चे होने पर नहीं मिलेगा लाभ

बेटियों के लिए वरदान है यह योजना, लेकिन पहले जान लें इसके नियम, इतने बच्चे होने पर नहीं मिलेगा लाभ

श्रावस्ती. प्रदेश के राज्य मंत्री खाद्य एवं रसद व जिले के प्रभारी मंत्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह ने सुमंगला योजना (Sumangla Yojana) का शुभारंभ किया। इस दौरान उनके साथ श्रावस्ती से विधायक राम फेरन पांडेय भी मौजूद रहे। इस योजना के तहत जिले में 600 बेटियों के अविभावकों का कन्या सुमंगला योजना के तहत चयन होने पर उनको प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। प्रभारी मंत्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश में समान लिंगानुपात स्थापित करने व कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए, बालिकाओं के स्वास्थ्य व शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए, बालिका के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री (CM Yogi Adityanath) द्वारा मार्च 2019 में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की घोषणा की गई थी। कन्या सुमंगला योजना 1 अप्रैल, 2019 से लागू हो गई थी।
दो बच्चियों के होने पर मिलेगा लाभ

योजना के अंतर्गत बालिकाओं के जन्म के समय दो हजार रुपये, एक वर्ष के बाद टीकाकरण पूर्ण होने पर एक हजार रुपये, कक्षा एक में प्रवेश करने के समय दो हजार रुपये, कक्षा छह में प्रवेश के समय दो हजार रुपये, कक्षा नौ में प्रवेश के समय तीन हजार रुपये, 10वीं व 12वीं परीक्षा उत्तीर्ण कर डिग्री या दो वर्षीय से अधिक के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लेने पर पांच रुपये एक मुश्त प्रदान किये जाने की व्यवस्था है। योजना के अंतर्गत ऐसे लाभार्थी पात्र होंगे जो उत्तर प्रदेश का निवासी हों, जिनके परिवार की वार्षिक आय अधिक्तम तीन लाख रुपये हो और परिवार में दो बच्चे हों। किसी भी परिवार में अधिकतम दो बच्चियों के होने पर ही योजना का लाभ प्राप्त हो सकता है।
बेटियां किसी से कम नहीं

इस मौके पर श्रावस्ती विधायक राम फेरन पाण्डेय ने कहा कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं है। जरूरत इस बात की है कि बिना किसी भेदभाव के बेटों के समान दर्जा देते हुए बेटियों को भी शिक्षित बनायें। इससे निश्चित ही बेटियां आगे बढ़ेंगी और एक नही दो दो घरों में शिक्षा का उजियारा फैलाएगीं। उन्होंने अपील की कि वे अपनी बेटियों को जब शिक्षित करेंगे तो निश्चित ही वे आगे बढ़कर जिले के साथ-साथ गांव और देश का नाम भी रोशन करेंगी।
डीएम यशु रुस्तगी ने कहा कि प्रदेश सरकार बेटियों के उत्थान के लिए प्रतिबद्व है। इसी उद्देशय से इस ऐतिहासिक योजना का सरकार द्वारा शुभारम्भ किया गया है। बेटियों के माता-पिता को जो धनराशि दी जा रही है, इससे निश्चित ही उनके जीवन स्तर में बदलाव आएगा। वे बिना किसी भेद-भाव के बेटों के तरह ही बेटियों का भी पालन-पोषण कर सकेंगे। आज के दौर में बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं है। बस जरूरत इस बात की है कि उनके माता पिता जागरूक हों और बिना भेदभाव के पालन पोषण कर उन्हें पढ़ाएं लिखाएं। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत सरकार ने हर बेटियों को शिक्षा दीक्षा देने का वीणा उठाया है। इससे निश्चित ही बेटियों और उनके माता पिता का उत्थान होगा।
ये रहो मौजूद

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव, उपजिलाधिकारी भिनगा चंद्र मोहन गर्ग, भाजपा नेता दिवाकर शुक्ला, रणवीर सिंह, संजय कैराती, संतोष पाठक सहित सूचना विभाग के अधिकारी व र्कमचारी मौजूद रहे।
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