जिलाधिकारी टीके शिबु ने बताया कि कोविड-19 के सर्वे के लिए जिले में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की ड्यूटी लगाई गई थी। जिसको लेकर ड्यूटी में उदासीनता व लापरवाही बरतने पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री अलकला मिश्रा को मानदेय सेवा से पृथक कर दिया गया है। पहला मामला विकासखंड इकौना के अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्र चक द्वितीय का है। यहां पर तैनात आंगनवाड़ी कार्यकत्री अलकला मिश्रा की ड्यूटी कोविड -19 के सर्वे कार्य के लिए लगाई गई थी। पर इनके द्वारा अपने क्षेत्र में सर्वे के काम मे लापरवाही बरती गई। इनके द्वारा अपने क्षेत्र में लोगों की प्लस आक्सीमीटर एवं थर्मल स्कैनर से जांच भी नही की गई। जिसकी शिकायतें भी मिली थी। जिसकी जांच कराई गई जिसमें ये बाते सही पाई गई। इनके द्वारा अपने दायित्वों के प्रति लापरवाही व उदासीनता बरतते पाए जाने पर इनको नोटिस दी गयी थी परन्तु सन्तोषजनक जबाब न मिलने पर इनको सेवा से पृथक किया गया है।
लापरवाह कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा : डीएम वहीं दूसरा मामला विकास खण्ड जमुनहा के अन्तर्गत आंगनवाड़ी केंद्र मनिकौरा का है। यहां पर तैनात आंगनवाड़ी कार्यकत्री सावित्री देवी ने पोषाहार वितरण की मात्रा अंकन न करने, वितरण में गड़बड़ी करने पर इनको नोटिस देकर इनका पक्ष सुना गया। पर सन्तोषजनक जबाब न मिलने पर व दोष सिद्ध होने पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री सावित्री देवी को भी सेवा से पृथक कर दिया गया है। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा कि अपने दायित्वों के प्रति उदासीन व लापरवाह किसी कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा। और लापरवाही मिलने पर उनके विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।