चौधरी ने एक बार तो कानून व्यवस्था को लेकर यहां तक कह दिया था कि जरूरत पड़ी तो विपक्ष में बैठेंगे। राष्टीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने भी इसका खंडन करने के बजाय यह कह दिया दिया कि जनता की सेवा सर्वोपरि है, उसके साथ किसी भी प्रकार से समझौता बर्दाश्त नहीं होगा। साथ ही जिले में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान अनुप्रिया पटेल के पति ने यह कह कर मामले को तूल दे दिया कि जिलों में जो भी अधिकारी तैनात किए जाएं उसमें पचास फीसदी पिछडे व अनुसूचित जाति के होने चाहिए। जिसके बाद से ही भाजपा व सहयोगी दल के बीच कुछ अच्छा नहीं होने की अटकले लगाई जा रही है। इसके बाद चैधरी अमर सिंह ने सरकार व हिन्दू युवा वाहिनी के खिलाफ बयान दिया।
विधायक बनने के बाद से ही चर्चा में रहे विधायक चैधरी अमर सिंह लगातार सरकार के खिलाफ बोल बोलते रहे हैं। इस बार मामले ने हियुवा कार्यकर्ता द्वारा विधायक कार्यालय के बगल में एक लड़की लेकर जाने के चलते तूल पकड लिया। इसकी शिकायत विधायक ने अधिकारियों से कर दी थी। जिसके बाद हियुवा के देवी पाटन मंडल प्रभारी सुभाष गुप्ता ने यह आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी कि विधायक द्वारा हियुवा की छवि को धूमिल किया जा रहा है। इस सम्बंध में शोहरतढ थाने में तहरीर भी दी। बावजूद इसके विधायक अपनी बात पर कायम रहे। विधायक का कहना था कि अगर उनका कार्यकर्ता नहीं है तो जांच से क्यों डरते है। जिसको लेकर हिन्दू युवा वाहिनी व अपना दल के लोग आमने सामने हो गए है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है कि असल बात क्या है। लेकिन राजनीतिक गलियारों में दिन दिनों में भाजपा के सहयोगी दल के बीच रार को लेकर मामला गर्मा रहा है।
By Suraj Chauhan