बतादें कि इस सीट पर जगदंबिका पाल ने 2009 में भी कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज किया था। 2014 में वो भाजपा में शामिल हुए और मोदी लहर में जीत मिल गई। 2019 में भी उन्हे भाजपा ने मैदान में उतार दिया और रूझानों में वो बढ़त बनाये हुए हैं।
डुमरियागंज लोकसभा सीट पर छठे चरण के तहत 12 मई को वोट डाले गए थे, जिसमें 52.29 फीसदी वोट पड़े. 2014 की बात करें तो उस समय यहां 53.09 फीसदी मतदान हुआ था। इस बार डुमरियागंज सीट से 10 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. बीजेपी की तरफ से मौजूदा सांसद जगदंबिका पाल तो गठबंधन की तरफ से बसपा के आफताब आलम चुनावी मैदान में थे। कांग्रेस ने डॉक्टर चंद्रेश कुमार उपाध्याय के अलावा बहुजन मुक्ति पार्टी, सबका दल युनाइटेड, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, जनहित किसान पार्टी, पीस पार्टी, नागरिक एकता पार्टी और सिर्फ एक निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं. डुमरियागंज संसदीय सीट के तहत 5 विधानसभा क्षेत्र (डुमरियागंज, शोहरतगढ़, कपिलवस्तु, बांसी और इटवा) आते हैं और सभी सीटों पर बीजेपी गठबंधन का कब्जा है।