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फोन पर हुआ प्यार, यह हुआ अंजाम…

locationसिद्धार्थनगरPublished: Nov 13, 2017 09:28:45 pm

परिजनों के रिश्ता तय करने पर होने लगी थी फोन पर बात, परिजनाेें ने कहीं और चलाई बात तो लड़की पहुंच गई लड़के के घर और कोर्ट में कर ली शादी

युवक को वर माला डालती खुश्बू।

युवक को वर माला डालती खुश्बू।

सिद्धार्थनगर. तकनीक प्रधान वर्तमान युग में मोबाइल फोन युवाओं की जिंदगी की दशा एवं दिशा निर्धारित कर रहा है। बात अध्ययन की हो या रोजगार की, महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे फोन से अब जीवन साथी भी मिलने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला जनपद में रविवार को सामने आया। जब एक युवती ने परिजनों द्वारा तय शादी से इनकार करते हुए फोन पर हुए प्यार को तरजीह देते हुए शादी कर ली।

जानकारी के अनुसारइटवा थानाक्षेत्र के कटेश्वरनाथ निवासी खुश्बू की शादी कुछ माह पूर्व परिजनों ने शोहरतगढ़ थानाक्षेत्र के महथा निवासी राज कमल से तय की थी। शादी के लिए 18 फरवरी की तारीख भी मुकर्रर थी। दोनों में फोन पर बातें भी होने लगी थीं। इसी बीच दोनों पक्षों में किसी बात पर अनबन हो गई, जिसके बाद खुश्बू के परिजनों ने उसकी शादी कहीं और तय कर दी। इसकी भनक जब खुशबू को लगी, तो वह राज कमल के महथा स्थित घर पहुंच गई। महथा पहुंच शादी की जिद कर रही खुश्बू को राज कमल के परिजनों ने बहुत समझाया, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़ी रही। लोगों ने मध्यस्थता कर राज कमल एवं उसके परिजनों को समझाना शुरू किया। थोड़ी हीला-हवाली के बाद वह मान गये। कुछ लोगों एवं परिजनों को साथ लेकर राज कमल एवं खुश्बू एसडीएम कोर्ट पहुंचे और शादी का पंजीकरण कराया तथा इसके बाद बगल के मंदिर में ईश्वर को साक्षी मान कर एक-दूजे को वरमाला पहनाई एवं जिन्दगी भर साथ निभाने का वादा किया।इटवा थानाक्षेत्र के कटेश्वरनाथ निवासी खुशबू की शादी शोहरतगढ़ थानाक्षेत्र के महथा निवासी राज कमल से तय की थी। शादी के लिए 18 फरवरी की तारीख भी मुकर्रर थी। दोनों में फोन पर बातें भी होने लगीं। इसी बीच वह अपनी बेटी की शादी कहीं और तय करने लगे। इसकी भनक जब खुशबू को लगी तो वह महथा स्थित अपनी होने वाली ससुराल पहुंच गई और शादी की जिद करने लगी। पहले तो लोग उसे समझाते रहे। जब वह नहीं मानी तो उन्होंने लड़के व उसके परिजनों को समझाना शुरू किया। थोड़ी ना नुकूर के बाद वह मान गए। एसडीएम कोर्ट पहुंच कर शादी का पंजीकरण कराया और बगल के मंदिर में ईश्वर को साक्षी मान कर एक दूसरे को वरमाला पहनाई। शादी के बाद खुश्बू ने राज कमल के परिजनों से मिले सम्मान पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे अविस्मरणीय बताया व कहा कि अपनी इच्छा से यहां आकर शादी की हूं। उसने कहा कि मैं बालिग हूं और अपने फैसले खुद ले सकती हूं। वहीं वर पक्ष के लोगों ने भी इस अनूठी शादी को दहेज लोभी समाज के लिये आइना करार दिया और प्रसन्नता जताई।
चहुंओर हो रही चर्चा
जनपद में हुई यह अनूठी शादी चर्चा का विषय बन गई है। चहुंओर खुश्बू एवं राज कमल की शादी के चर्चे हो रहे हैं। लोग कहते सुने जा रहे हैं कि किसी ने सच ही कहा है कि प्यार यदि सच्चा हो तो उसे परवान चढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। जब मन में किसी को पाने की सच्ची चाहत हो, तो उसको मिलना ही है।

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