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पत्नी के चरित्र पर शक करता था पति, बाग में ले गया कई टुकड़ों में काटा फिर लाश को नदी में फेंक दिया

locationसिद्धार्थनगरPublished: Jun 13, 2018 07:42:50 pm

Submitted by:

Ashish Shukla

पुलिस की पकड़ में आने के बाद पति ने जुर्म कुबूल कर लिया है

crime case

पत्नी के चरित्र पर शक करता था पति, बाग में ले गया कई टुकड़ों में काटा फिर लाश को नदी में फेंक दिया

सिद्धार्थनगर. खेसरहा थाना क्षेत्र के रहने वाले एक पति को पत्नी के चरित्र पर ऐसा शक हुआ कि उसने बेरहमी से कत्ल करने के बाद बोटी-बोटी काट कर राप्ती नदी में फेंक दिया। पुलिस की पकड़ में आने के बाद पति ने जुर्म कुबूल कर लिया है।
पति के बताए स्थान पर राप्ती नदी में पुलिस गोताखोरों को लगा कर लाश के टुकड़ों की तलाश करा रही है। देर शाम गए तक बरामदगी नहीं हो सकी । खेसरहा थाना क्षेत्र के कुडजा गांव निवासी दूधनाथ यादव की शादी ग्राम सुरई ताल निवासी राम प्रसाद दास की बहन सुमित्रा (45) के साथ हुई थी। शनिवार की रात करीब नौ बजे वह पत्नी को बहला-फुसलाकर राप्ती नदी के किनारे गांव के पश्चिम अपने ही निजी बाग में ले गया जहां धारदार हथियार से उसके कई टुकड़े करके राप्ती नदी में फेंक दिया। घटना की जानकारी मृतका के मायके वालों को हुई तो उन लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस ने मृतका के पति दूधनाथ को हिरासत में ले लिया।
पहले तो वह पुलिस को चकमा देता रहा लेकिन जब उसने सख्ती की तो वह बुधवार को टूट गया। उसने स्वीकार किया कि पत्नी सुमित्रा की हत्या कर उसने बोटी-बोटी काट कर राप्ती नदी में फेंक दिया। उसके बताए स्थान पर बुधवार की सुबह से ही पुलिस गोताखोरों की मदद से राप्ती नदी में लाश के टुकड़ों को ढूंढ रही है लेकिन शाम तक पता नहीं चल सका। दूधनाथ के पास दो लड़का और एक लड़की है। बताया जाता है कि उसके घर में गृहकलह था इससे वह अपनी मां व एक पुत्र को लेकर कुछ दिन घर से अलग भी रहा। मामला लगभग एक महीने पहले सामान्य हुआ तो वह फिर से घर पर रहने था। घटनास्थल का मुआयना सीओ उमाशंकर सिंह ने कर आवश्यक निर्देश दिए।
इंस्पेक्टर खेसरहा रणधीर कुमार मिश्र का कहना है कि दूधनाथ को पत्नी के चरित्र पर संदेह था। जिस बाग में हत्या की घटना को अंजाम दिया गया उस बाग में एक मचान भी मिला है। मचान के पास से खून का सैंपल ले लिया गया है। हत्यारोपी को धारा 302, 201 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। बुधवार की सुबह से ही गोताखोर शिव प्रताप, सिद्धार्थ सिंह, संतोष यादव, अनिरुद्ध कुमार को नदी में लाश की तलाश के लिए लगाया गया है लेकिन बरामदगी नहीं हो सकी है।

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