अभियान के लिए प्रशिक्षित हो रहे जिम्मेदार दस्तक अभियान की सफलता के लिए जिम्मेदारों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिससे कि अभियान के दौरान छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण करने के साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को बीमारी से बचाव की जानकारी दी जा सके। ब्लॉक स्तर पर बीसीपीएम को अभियान के सफलता की जिम्मेदारी दी गई है। जिन्हें सोमवार को बस्ती में प्रशिक्षित भी किया जाएगा। इसके अलावा जिले के सभी आशा, एएनएम व अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिससे कि बीमारी पर लगाम लगाई जा सके। मुख्यमंत्री स्वयं करेंगे अभियान की निगरानी लंबे समय से पूर्वांचल को अपने कहर का शिकार बनाने वाले इंसेफेलाइटिस को लेकर मुख्यमंत्री गंभीर है। अभियान को सफल बनाने तथा छूटे हुए 15 वर्ष तक के सभी बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए चलाए जाने वाले दस्त अभियान की निगरानी स्वयं मुख्यमंत्री करेंगे। इस संबंध में सभी संबंधित विभागाध्यक्षों को दिशा निर्देश भी जारी हो चुका है। जिसको लेकर कार्ययोजना तैयार किया जा रहा है। जिले स्तर पर अभियान के मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी यूनीसेफ को दी गई है। जिसके आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी। बच्चों को दी जाएगी खेल सामग्री इंसेफेलाइटिस के प्रति बच्चों को जागरूक करने व इसकी भयावहता की जानकारी देने के लिए स्कूली बच्चों को खेल सामग्री भी मुहैया कराई जाएगी। सांप सीढी के लूडों के माध्यम से बच्चों को बीमारी से बचाव उपायों के साथ ही उसे लक्षण आदि के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। जिससे कि बच्चे बीमारी की भयावहता को समझ सके। इसके लिए सभी विद्यालयों में खेल सामग्री पहुंचाई जाएगी।एक अप्रैल से शुरू होने वाले दस्त अभियान को सफल बनाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है, जिसके आधार पर 15 दिनों का विशेष अभियान चलेगा। इसके लिए जिम्मेदारों को दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है। अभियान में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाहों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। डॉ.विजय कुमार जिला प्रतिरक्षण अधिकारी