जिसको लेकर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवा ठगी का शिकार हो गए हैं। मामले को लेकर युवाओं को प्रशिक्षण देने वाली जिले की संस्था ने नार्थ इंडियन एजुकेशन ट्रस्ट से मामले की शिकायत करते हुए मुख्यमंत्री तक मामले की शिकायत की है। जिससे जिले के युवाओं को प्रशिक्षण देने वाले विद्यार्थी कम्प्यूटर इन्स्टीच्यूट के संजय कुमार ने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष, पुलिस महानिदेशक को शिकायती पत्र लिखकर मामले की शिकायत की है।
शिकायती पत्र में अपने संस्थान में प्रशिक्षण दिलाने वाले संजय कुमार ने बताया कि, नार्थ इंडिया एजूकेशन ट्रस्ट को मधुमेह रोगियों की खोज के लिए प्रशिक्षण दिलाने का काम मिला ट्रस्ट ने उक्त कार्य को मदर टेरेसा नामक संस्था को दिया। जिसमें प्रशिक्षण के लिए विद्यार्थी कम्प्यूटर इन्स्टीच्यूट को चुनाव किया। जिले के लिए जिले में पंजीकृत होने वाले 193 युवाओं से पांच-पांच हजार रूपए का बैंक ड्राफ्ट भी लिया गया तथा यह सपना दिखाया गया कि, मधुमेह रोगियों के लक्षणों की पहचान कर सूचना देने पर युवाओं को दस हजार रूपए प्रतिमाह का मानदेय दिया जाएगा। इसके लिए युवाओं के तीन माह के प्रशिक्षण के बाद परीक्षा पास करनी होगी। संस्था द्वारा परीक्षा कराई गई तथा 75 परीक्षार्थियों ने परीक्षा पास कर ली।
दोबारा परीक्षा में सभी परीक्षार्थियों को फेल कर दिया गया। इस संबंध में संस्था जिम्मेदारों कोई जवाब भी नहीं दे रहे हैं। ऐसे में जिले में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को धन देकर प्रशिक्षण लेने के बाद भी अभी रोजगार नहीं मिल सका है। प्रशिक्षण संस्थान प्रमुख ने मामले की शिकायत करते हुए जिम्मेदारों से पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
input सूरज कुमार