यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर पहुंच हो गई हैं। जिसमें कईयों की मौत हो गई है। बाढ़ के इलाकों का सेना के हेलीकॉप्टरों ने निरीक्षण किया और तस्वीरें ली।
जिले में बाढ़ का कहर और भी भयावह होता जा रहा है। बूढ़ी राप्ती के बेकाबू होने से जोगिया के लखनापुर-बेदौली और सूपा के पास बांध टूट गए। करीब चार दर्जन गांवों में पानी घुस गया है।
सिद्धार्थनगर बस्ती के बाद सिद्धार्थनगर- गोरखपुर मार्ग बंद कर दिया गया। जिले में बाढ़ का कहर जारी है जहां लोगों का चलना दूभर हो गया है।
जोगिया के पास बस्ती-बांसी-नौगढ़ नेशनल हाईवे पर पानी पहुंचने से बड़े वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया है। लोग पैदल आ-जा रहे हैं। बाढ़ कहर इस कदर बढ़ गया कि लोगों को अपना आशियाना छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
कूड़ा नदी में सैलाब से उसका-सोहांस मार्ग पानी में डूब गया है। यहां भी आवागमन बाधित हो गया है। राप्ती के प्रभाव से बांसी, डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांव बुरी तरह चपेट में हैं।
जोगिया, पकड़ी, बांसी क्षेत्र के करीब चार दर्जन गांव इससे प्रभावित हैं। कूड़ा नदी का जलस्तर गुरुवार की सुबह खतरे के निशान को पार कर गया। इससे सोहांस-उसका मार्ग पर करीब डेढ़ फीट तक पानी आ गया है। राप्ती, घोघी, बानगंगा सहित अन्य नदियों में उफान जारी है।