महोत्सव में पहली बार बुद्ध के जीवन पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। जिसके माध्यम से महोत्सव में आने वालों को भगवान गौतम बुद्ध के जीवन पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी के माध्यम से उन्हें जन्म से लेकर महापरिनिर्वाण तक की जीवन गाथा का प्रदर्शन करते हुए उनके बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके लिए बुद्ध की क्रीड़ा स्थली पर स्थित राजकीय बौद्ध संग्रहालय को जिम्मेदारी मिली है। इसके लिए महोत्सव स्थल पर छायाचित्र प्रदर्शनी लगाई जा रही है। छायाचित्र प्रदर्शनी के माध्यम से देश के साथ ही विदेशों में बुद्ध के मंदिरों व उनके रूपों का भी प्रदर्शन कर सभी को जानकारी दी जाएगी।
बच्चों के लिए झूला पार्क, बे्रक डांस झूला, डै्रगन ट्रेन, मौत का कुंआ, कार सकर्स के अलावा छोटे बच्चों के लिए अलग-अलग छोटे झूले भी लगाए गए है।
बौद्ध संग्रहालय अधीक्षक पतरू प्रसाद ने बताया कि विभिन्न देशों में बुद्ध की अलग-अलग प्रतिमाओं के छायाचित्र का प्रदर्शन कर उनके अलग-अलग रूपों के बारे में जानकारी दी जाएगी। जिससे कि लोग बुद्ध को आसानी से जान सकें और उनकी महत्ता को समझ सकें। बेसिक शिक्षा विभाग मीना मेले का आयोजन किया जाएगा। जिसके माध्यम से लोगों को प्राथमिक शिक्षा के महत्व की जानकारी दी जाएगी। मीना मेले में प्रदर्शनी के साथ ही फिल्म का प्रदर्शन भी किया जाएगा। जिससे मीना की पढ़ाई व काबिलियत से हासिल होने वाली उपलब्धि के बार में बताया जाएगा। साथ ही बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे को बुलंद करते हुए बेटा बेटी में फर्क नहीं करने का संदेश दिया जाएगा
प्रवेश द्वार का नाम महोत्सव को आकर्षक रूप देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा जा रहा है। इसके लिए महोत्सव का प्रवेश द्वार भी बनाया जा रहा है। लोग दो प्रवेश द्वार के माध्यम से महोत्सव परिसर में प्रवेश कर सकेंगे। इसके लिए बुद्ध के नाम पर प्रवेश द्वार का नाम भी रखा जाएगा। गौतम बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ व बाद के नाम गौतम बुद्ध के नाम पर प्रवेश द्वार का नाम रखा जाएगा। एक गेट का नाम सिद्धार्थ द्वार रहेगा जबकि जबकि दूसरे गेट का नाम गौतम द्वार रहेगा।