जिले में केवल 23 वैध क्लीनिक
जिले में इस समय २३ वैध क्लीनिक संचालित हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष क्लीनिक पंजीयन के लिए तीन दर्जन से अधिक ऑनलाइन आवेदन किए गए, लेकिन आवश्यक मापदंडों पर खरे न उतरने के कारण पंजीयन नहीं किया गया। मुख्य रूप से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अनुमति न लिए जाने से पंजीयन अभी लंबित पड़ा हुआ है।
जिले में इस समय २३ वैध क्लीनिक संचालित हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष क्लीनिक पंजीयन के लिए तीन दर्जन से अधिक ऑनलाइन आवेदन किए गए, लेकिन आवश्यक मापदंडों पर खरे न उतरने के कारण पंजीयन नहीं किया गया। मुख्य रूप से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अनुमति न लिए जाने से पंजीयन अभी लंबित पड़ा हुआ है।
मेडिकल के लाइसेंस पर चला रहे थे क्लीनिक
गत माह शहर की तीन क्लीनिक में एसडीएम गोपदबनास ने स्वास्थ अधिकारियों के साथ दबिश दी थी। इनकी जांच में संचालकों ने मेडिकल स्टोर संचालन का लाइसेंस दिखाया था। इस पर क्लीनिक सील कर दी गईं थी। और विरुद्ध अर्थदंड की कार्रवाई कर मेडिकल स्टोर संचालन की अनुमति दे दी गई।
गत माह शहर की तीन क्लीनिक में एसडीएम गोपदबनास ने स्वास्थ अधिकारियों के साथ दबिश दी थी। इनकी जांच में संचालकों ने मेडिकल स्टोर संचालन का लाइसेंस दिखाया था। इस पर क्लीनिक सील कर दी गईं थी। और विरुद्ध अर्थदंड की कार्रवाई कर मेडिकल स्टोर संचालन की अनुमति दे दी गई।
दस्तक अभियान की है व्यस्तता
वर्मामान में दस्तक अभियान चल रहा है, जिसमें पूरा अमला ही व्यस्त है। दस्तक अभियान के बाद झोलाछाप चिकित्सकों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. आरएल वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी, सीधी
वर्मामान में दस्तक अभियान चल रहा है, जिसमें पूरा अमला ही व्यस्त है। दस्तक अभियान के बाद झोलाछाप चिकित्सकों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. आरएल वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी, सीधी