मेडिकल वार्ड
जिला चिकित्सालय के मेडिकल वार्ड में भी एसी बंद है। इसके सभी कक्षों में लाखों की लागत से करीब १७ एसी लगाए गए हैं, लेकिन तीन वार्डों में सिर्फ एक एसी चलती देखी गई शेष बंद पड़ी हुई हैं। इससे भर्ती मरीजों को गर्मी मे दोपहर बितानी पड़ती है रात्रि में बार्ड के बाहर आकर समय काटने को मजबूर हैं।
जिला चिकित्सालय के मेडिकल वार्ड में भी एसी बंद है। इसके सभी कक्षों में लाखों की लागत से करीब १७ एसी लगाए गए हैं, लेकिन तीन वार्डों में सिर्फ एक एसी चलती देखी गई शेष बंद पड़ी हुई हैं। इससे भर्ती मरीजों को गर्मी मे दोपहर बितानी पड़ती है रात्रि में बार्ड के बाहर आकर समय काटने को मजबूर हैं।
आइसीयू वार्ड
आईसीयू बार्ड का उद्देश्य था कि इस बार्ड में बेहतर सुविधा मुहैया कराकर मरीजों को अच्छा उपचार उपलब्ध कराया जाए, किंतु जिला चिकित्सालय में आईसीयू बार्ड की स्थिति सामान्य वार्डो से भी दयनीय है। देखने को तो एसी दीवाल पर टिकी हुई है किंतु उसका कनेक्सन ही कटा हुआ है।
आईसीयू बार्ड का उद्देश्य था कि इस बार्ड में बेहतर सुविधा मुहैया कराकर मरीजों को अच्छा उपचार उपलब्ध कराया जाए, किंतु जिला चिकित्सालय में आईसीयू बार्ड की स्थिति सामान्य वार्डो से भी दयनीय है। देखने को तो एसी दीवाल पर टिकी हुई है किंतु उसका कनेक्सन ही कटा हुआ है।
बच्चा वार्ड
अस्पताल के जिन वार्डों में एसी लगी थी, वे बंद पड़ी हैं, किंतु बच्चा वार्ड में एसी लगाई ही नहीं गई है। इससे ३५ पार तापमान में बच्चों की किलकारियां आम बात हो गई। किंतु अस्पताल प्रबंधन बच्चा वार्ड में एसी लगाने की दिशा में कोई रूपरेखा नहीं तैयार कर पाया है।
अस्पताल के जिन वार्डों में एसी लगी थी, वे बंद पड़ी हैं, किंतु बच्चा वार्ड में एसी लगाई ही नहीं गई है। इससे ३५ पार तापमान में बच्चों की किलकारियां आम बात हो गई। किंतु अस्पताल प्रबंधन बच्चा वार्ड में एसी लगाने की दिशा में कोई रूपरेखा नहीं तैयार कर पाया है।